भारत और चीन के बीच सैन्य स्तर की बातचीत लेकिन सीमा पर तनाव जस का तस बरकरार
नई दिल्ली। पूर्वी लद्दाख में जारी तनाव के बीच भारत और चीन के बीच सैन्य स्तर की बातचीत भी जारी है। भारतीय सेना से जुड़े सूत्रों ने बताया कि शुक्रवार को चुशूल में भारत और चीन के बीच ब्रिगेड कमांडर स्तर की बातचीत हुई। यह बातचीत सुबह 11 बजे से अपराह्न तीन बजे तक चली। गौर करने वाली बात यह है कि दोनों देशों के बीच अब तक सैन्य स्तर की कई दौर की बातचीत हो चुकी है लेकिन सीमा पर तनाव जस का तस बरकरार है।
कल गुरुवार रात को मास्को में ढाई घंटे तक दोनों देशों के विदेश मंत्रियों के बीच बातचीत हुई थी। भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर और चीन के विदेश मंत्री वांग यी के बीच चली बातचीत दोनों देशों की ओर से जो संयुक्त साझा बयान जारी किया है। दोनों मंत्रियों के बीच सैन्य तनाव खत्म करने के लिए पांच सूत्रीय फार्मूले पर सहमति बनी है। इससे निष्कर्ष निकलता है कि अभी हर स्तर पर बातचीत का दौरा जारी रखा जाएगा।
अभी भी सीमा पर दोनों देशों के सैनिक एक दूसरे के कुछ सौ मीटर पर मोर्चा संभाले हुए हैं। इससे साफ है कि पूर्वी लद्दाख में जारी सैन्य तनाव जल्द खत्म नहीं होने जा रहा है। यही नहीं विदेश मंत्रियों के बीच बातचीत के बाद जिन पांच सूत्रीय एजेंडे को जारी किया गया है उस तरह का प्रपत्र पहले भी कई बार जारी कर चुके हैं। बताया जाता है कि चीन मई 2020 से पहले वाली स्थिति बहाल करने को तैयार नहीं है। वहीं भारत का कहना है कि उसको इससे कम कुछ भी मंजूर नहीं है।
कल यानी गुरुवार को भी दोनों देशों के ब्रिगेड कमांडर एवं कमांडिग अफिसर स्तर की बातचीत हुई थी जिसके किसी खास नतीजे पर पहुंचने की जानकारी नहीं है। वैसे कमांडर स्घ्तर की बातचीत आगे भी जारी रहेगी। तनाव के बीच अभी तक दोनों सेनाओं के बीच सात दौर की लेफ्टिनेंट जनरल स्तर की या कोर कमांडर स्तर की बातचीत हो चुकी है लेघ्किन इसके बावजूद विवाद बढ़ता ही गया है। इस बीच पैंगोंग झील के दक्षिणी इलाके के कई महत्वपूर्ण ऊंचे इलाकों पर भारतीय सेना ने डेरा डाल दिया है।