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सीएम बोले तैनाती स्थल पर ही निवास करेगें डॉक्टर, जिलाधिकारी करेगें भौतिक निरीक्षण

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 विकास भवन सभागार कक्ष का किया लोकार्पण
जयन्त प्रतिनिधि।
पौड़ी। प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिह रावत ने विकास भवन सभागार कक्ष पौड़ी के नवीनकरण कार्य का विधिवत लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री ने कोविड की समीक्षा के दौरान गाईड लाईन, मास्क पहनना व सामाजिक दूरी का अनुपालन हेतु जागरूकता लाने को कहा। उन्होंने क्षे़त्र के अस्पतालों में तैनात डाक्टरों तैनाती स्थल पर कार्य/निवास कर रहे है या नहीं इस हेतु जिलाधिकारी धीराज सिंह गब्र्याल को भौतिक निरीक्षण के निर्देश दिये।
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिह रावत ने सभागार में संबंधित अधिकारियों के साथ जिले के विकास कार्यों की समीक्षा बैठक की। उन्होंने उद्यान, कृषि, मत्स्य, पर्यटन, पेयजल, सड़क, पशुपालन, सिंचाई, स्वास्थ्य आदि विभाग के जिला स्तरीय अधिकारियों के साथ विभागवार जनपद में हुए विकास कार्यों की समीक्षा की। मुख्य विकास अधिकारी आशीष भटगांई ने बैठक में प्रोजेक्टर के माध्यम से विकास कार्यों की जानकारी दी। संबंधित अधिकारी ने ल्वाली झील के कार्य दिसम्बर माह तक पूर्ण होने की बात कही। मुख्यमंत्री ने कहा कि जल जीवन योजना के तहत प्रत्येक दिन की लक्ष्य निर्धारित कर, प्रतिदिन के कार्य की समीक्षा करेंगे। राज्य स्तर पर 3000 कनेक्सन प्रतिदिन लक्ष्य रहेगा, जिसकी स्वयं मॉनेट्रिंग करने की बात कही। पारंपरिक भवन शैली के कास्त को लेकर उन्होंने कहा कि सरकारी विभागों में निर्माण कार्य के 20 प्रतिशत पत्थरों के कार्य होगें। इससे इस शिल्प से जुडे़ लोगों को काम मिलने के साथ यह कला जीवंत रहेगी। नगरी क्षेत्र में पहाडी शैली के भवन बनाने पर एक मंजिला का नक्सा नि:शुल्क दिया जायेगा। उद्यान विभाग की बागवानी के समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने जनपद में किये जा रहे कार्यों की विस्तार पूवर्क जानकारी दी। उन्होंने बताया कि जनपद स्तर पर प्रदेश का पहला फार्म होगा जहां से प्रति वर्ष 60 से 70 हजार पौधे किसान को उपलब्ध कराये जायेगें। हॉलेण्ड से रूटस्टाक मंगाकर पौधे तैयार की जा रही है। जबकि हिमाचल से बागवानी विशेषज्ञों द्वारा क्षेत्र में सेब के बागवानी वाले स्थलों का निरीक्षण कर, कास्तकारों को प्रशिक्षण दिया गया। जिलाधिकारी ने बताया कि सतपुली में बासा ऐग्लिंग कैंप कम्यूनिटी बेस पर तैयार किया जा रहा है, जो इस अक्टूबर तक तैयार हो कर कम्युनिटी को दी जायेगी। कण्डोलिया में वृद्ध से लेकर बच्चों के लिए मनोरंजन हेतु पार्क तैयार किया जा रहा है। जो कि प्रदेश का पहला पार्क होगा जहां योगा से लेकर एमपी थ्रीटर, बच्चों के मनोरंजन पार्क, कोटी बनास शिल्प कार्यों के तर्ज पर रेस्टोरेन्ट बनाये जा रहे है। पहाड़ी शिल्प शैली से बासा टू के निर्माण कराये जा रहे हैै। जिस पर मुख्यमंत्री ने पहाड़ी शिल्प शैली को जीवंत रखने हेतु विभागों में 20 प्रतिशत निर्माण कार्य पत्थर पर आधारित कराने की बात कही। बैठक में उच्च शिक्षा राज्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत, पौड़ी विधायक मुकेश कोली, जिलाध्यक्ष भाजपा संपत सिंह रावत, उपाध्यक्ष सिंचाई अतर सिंह असवाल, उपाध्यक्ष सहकारिता मातबर सिंह रावत, जिला पंचायत अध्यक्ष शांंित देवी, नगर पालिकाध्यक्ष यशपाल बेनाम, डीसीबी अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह रावत, एसएसपी पी रेणुका देवी, पीडी एसएस शर्मा, एपीडी सुनील कुमार, सीएमओ मनोज बहुखंडी, डीटीडीओ खुशाल सिंह नेगी, डीएचओ डॉ. नरेन्द्र कुमार, सीएओ देवेन्द्र सिंह, सीवीओ एसके सिंह, जिला मत्स्य अधिकारी अभिषेक मिश्रा, जिला पंचायत राज अधिकारी एमएम खान, मीडिया प्रभारी भाजपा गणेश भट्ट सहित अन्स अधिकारी मौजूद थे।

पशुओं की स्थानीय प्रजातियों के संरक्षण पर ध्यान दें
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिह रावत ने पशुपालन विभाग की समीक्षा के दौरान पशुओं की स्थानीय प्रजातियों के संरक्षण पर ध्यान रखने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि स्थानीय नश्लें भी बचा कर रखनी होंगी। पशुओं की स्थानीय प्रजातियों की अपनी महत्ता है। वर्तमान में पूरे प्रदेश में राजस्थानी बकरी पाली जा रही है। लेकिन हमें स्थानीय नश्ल के बचाव का भी ध्यान रखना होगा। स्थानीय नश्ल की अपनी महत्ता होती है। बकरियों की हिमालय नश्ल का ध्यान रखा जाए। मुर्गी पालन/पॉट्री फार्म की जिलाधिकारी से जानकारी लेते हुए सीएम ने कहा कि ऐसे कार्य करें जिससे जनपद के मार्केट को निरंतर आपूर्ति होती रहे। उन्होंने मौन पालन को भी विकसित करने के निर्देश दिये। मुख्यमंत्री ने वन विभाग के संबंधित अधिकारी से कैंपा के तहत विकास कार्यों की जानकारी ली। संबंधित अधिकारी ने कार्यों में 30 फीसदी ही खर्च होने की बात कही। मुख्यमंत्री रावत ने कहा कि कैंपा के तहत कार्यों को बढ़ाते हुए 70 फीसदी तक धनराशि खर्च करें। सड़क की समीक्षा के दौरान उन्होंने लम्बे समय से स्वीकृत सड़क की वस्तुस्थिति की जानकारी ली। साथ ही अवरूद्ध सड़क को त्वरित खोलने के निर्देश दिये।

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