शिक्षक संदीप का गढ़वाली गीत गाया जा रहा
रुद्रप्रयाग। राइंका धद्दी घंडियाल के प्रवक्ता, गढ़वाली लेखक एवं गीतकार संदीप रावत ने गढ़वाली भाषा में मेरु देश महान नाम से गढ़वाली देशगान की रचना की है,जिसे विभिन्न विद्यालयों के प्रार्थना सभाओं में गाया जा रहा है। शिक्षक संदीप द्वारा रचित गढ़वाली देशगान के शुरुआती बोल श्मेरा देश हे भारत को देखा, जग मा बड़ो सम्मान चा, धोंदा चरण सिंधु अर हिमालै मुण्ड की शान चा, मेरु देश बड़ो महान चाश् हैं। अब उनके विद्यालय सहित जनपद टिहरी, पौड़ी व रुद्रप्रयाग के विभिन्न विद्यालयों की प्रार्थना सभा में यह गढ़वाली समूह गान गढ़वाली सरस्वती वंदना के साथ हो रहा है। सोशल मीडिया पर भी यह देशगान बहुत वायरल हो रहा है। शिक्षकों एवं समाज द्वारा शिक्षक संदीप रावत की इस पहल की बहुत सराहना की जा रही है। उनके विद्यालय के प्रधानाचार्य एमपी़ डिमरी सहित सभी शिक्षकों, जिला टिहरी के मुख्य शिक्षा अधिकारी शिव प्रसाद सेमवाल,राजकीय शिक्षक संघ के पूर्व मण्डलीय महामंत्री गढ़वाल शिव सिंह नेगी आदि ने उनकी इस पहल पर प्रसन्नता व्यक्त की। मुख्य शिक्षा अधिकारी शिव प्रसाद सेमवाल का कहना है कि शिक्षक संदीप रावत ने सृजन का एक नया आयाम रचा है और वे सामाजिक एवं शैक्षिक सरोकारों से निरंतर कर्मरत एक प्रेरक शिक्षक हैं। शिक्षकों ने इसे संस्ति और सरोकारों के संरक्षण की दिशा में संदीप रावत का कार्य प्रशंसनीय और अनुकरणीय बताया है।