मिलावटी दवा बनाकर बेचने के आरोप में तीन के खिलाफ केस
काशीपुर। जिला आयुवेर्दिक एवं यूनानी अधिकारी के नेतृत्व में टीम ने कुंडेश्वरी स्थित एक मकान से बड़ी तादाद में अपमिश्रित दवा और पैकिंग का सामान बरामद किया था। इस मामले में तीन लोगों के खिलाफ मिलावटी दवा तैयार कर बेचने और धोखाधड़ी करने के आरोप में केस दर्ज कराया गया है। पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। जबकि दो अन्य की तलाश की जा रही है। डीएम उदयराज सिंह के निर्देश पर शुक्रवार को जिला आयुवेर्दिक एवं यूनानी अधिकारी ड़आलोक कुमार शुक्ला ने प्रशासनिक और पुलिस टीम के साथ कुंडेश्वरी स्थित एक मकान में छापा मारा था। टीम ने मौके से मधुनाशक दवा के सील बंद डिब्बे, प्रिंटेड रैपर, सील पैकिंग स्टीकर, दो प्रेस, प्लास्टिक की चम्मच, 04 मिक्सी और 08 मिक्सी के जार के अलावा एलोपैथिक दवाइयां बरामद की थीं। जानकारी करने पर पता लगा कि काफी समय से तीन लोग शुगर की आयुवर्वेदिक दवाई तैयार कर बेच रहे थे। इसका सेवन करने वाले व्यक्तियों को किडनी संबंधी समस्याएं आ रही थीं। छापे के दौरान कमरे के अंदर और बरामदे में अपमिश्रित दवा के अलावा रैपर पाए गए। इन डिब्बों पर बकायदा बैच नंबर और एक्सपायरी डेट लिखी गई थी। मौके पर मिले कुंडेश्वरी निवासी विक्रांत सिह पुत्र महिपाल सिंह ने बताया कि यह मकान उसके रिश्तेदार प्रशांत सागर पुत्र विजेंद्र सागर का है।
वे दोनों मिलकर मोदीनगर, मेरठ निवासी सतेंद्र चौधरी पुत्र ओम प्रकाश के साथ मिलकर यह धंधा करते हैं। कुछ देशी दवाओं में पिल 500 एमजी की एलोपैथिक दवा मिलाकर मिश्रित दवाइयों को प्लास्टिक के डिब्बो में पैक किया जाता है। दवाइयों की सप्लाई का जिम्मा सतेंद्र चौधरी का है। तहरीर पर पुलिस ने तीनों आरोपियों विक्रांत, प्रशांत और सत्येंद्र के खिलाफ धोखाधड़ी और मिलावटी दवाओं का कारोबार करने के आरोप में केस दर्ज कर लिया है। पुलिस ने एक आरोपी विक्रांत को मौके से गिरफ्तार कर लिया है। जबकि दो अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है।