पौड़ी के दुष्कर्म आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर तहसील में किया प्रदर्शन
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। तहसील पौड़ी क्षेत्र के एक गांव में बीते कुछ दिनों पूर्व दो युवकों ने एससी युवती से दुष्कर्म किया था। आरोपितों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर शैल शिल्पी विकास संगठन के बैनर तले लोगों ने तहसील में प्रदर्शन किया। साथ ही शासन-प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। उन्होंने कहा कि घटना के एक सप्ताह बीत जाने के बाद भी पुलिस आरोपी को नहीं पकड़ पाई है। यह लचर कानून व्यवस्था का परिणाम है।
शनिवार को संगठन के संयोजक/महासचिव विकास कुमार आर्य के नेतृत्व में लोगों ने तहसील में प्रदर्शन किया। विकास कुमार आर्य ने कहा कि बीते 20 मार्च को तहसील पौड़ी के एक गांव में दो युवकों ने एससी युवती से दुष्कर्म किया था। आरोपी पीड़ित परिवार को चुप रहने की चेतावनी देकर फरार हो गये। इस संबंध में एससी युवती ने राजस्व पुलिस में मुकदमा दर्ज कराया था, लेकिन राजस्व पुलिस घटना के चार दिन बाद भी आरोपितों को गिरफ्तार नहीं कर पाई थी। बाद में उक्त प्रकरण रेगुलर पुलिस को सौंप दिया गया था। लेकिन पुलिस भी अभी तक आरोपियों को गिरफ्तार नहीं कर पाई है। जिससे जनता में रोष व्याप्त है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में अनुसूचित जाति समाज पर हो रही घटनाओं को सरकार गंभीरता से लेना चाहिए और ऐसे मामलों के समाधान के लिए तहसील स्तर पर सरकारी एवं गैर सरकारी व्यक्तियों की कमेठी का गठन किया जाय। जो एससी, एसटी एक्ट के मामलों में पीड़ित पक्ष को हर संभव सहायता प्रदान कर सके। विकास आर्य ने फरार आरोपियों को तत्काल गिरफ्तार करने, पीड़ित परिवार को सुरक्षा प्रदान करने, इस प्रकरण की सुनवाई फास्ट-ट्रैक कोर्ट में चलाने एवं आरोपियों को तय सीमा के अंदर कठोर सजा देने की मांग की है, ताकि समाज में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। उन्होंने पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता देने की भी मांग की है। प्रदर्शन करने वालों में शिव कुमार, सतीश प्रकाश, रंजना रावत, विमलेश, विनीता भारती, सूरवीर खेतवाल, प्रीति देवी, कविता भारती, कुलदीप सिंह, मीना बछवाण आदि शामिल थे।
पूर्व मंत्री ने कानून व्यवस्था पर उठाये सवाल
कोटद्वार। प्रदेश के पूर्व काबीना मंत्री सुरेंद्र सिंह नेगी एवं महापौर श्रीमती हेमलता नेगी ने पौड़ी में अनूसूचित जाति की युवती के साथ हुए दुष्कर्म की घटना की कड़ी निंदा करते हुए दोषियों को कड़ी सजा दिये जाने की मांग की है। पूर्व काबीना मंत्री ने जनपद में कानून व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए कहा कि जनपद में लगातार आपराधिक घटनाएं बढ़ रही है। जिले में बढ़ रही बलात्कार, चोरी सहित अन्य आपराधिक घटनाओं से महिलाएं अपने को असुरक्षित महसूस कर रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सिर्फ मुख्यमंत्री का चेहरा बदलने से प्रदेश की जनता को कुछ हासिल नहीं होगा, कानून व्यवस्था को सख्त बनाने की जरूरत है, ताकि लोग अपने को सुरक्षित महसूस कर सके। उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री से दुष्कर्म की घटना का तत्काल संज्ञान लेते हुए आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि आरोपियों को फांसी की सजा मिलनी चाहिए।