कोटद्वार क्षेत्र में विभिन्न स्थानों पर 13 अप्रैल को मनाया जाएगा हिंदू नव संवत्सर उत्सव
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। चैत्र शुक्ल प्रतिपदा और हिंदू नव संवत्सर उत्सव आगामी 13 अप्रैल को कोटद्वार क्षेत्र में विभिन्न स्थानों पर सादगीपूर्वक मनाया जाएगा। इस दौरान परंपरागत पूजा-पाठ, हवन एवं भजन कीर्तन के कार्यक्रम आयोजित होंगे और नई पीढ़ी को भारतीय नववर्ष के महत्व से अवगत कराया जाएगा।
नववर्ष उत्सव को लेकर नवसंवत्सर अभिनंदन समारोह समिति की रविवार को संपन्न हुई बैठक में वक्ताओं ने कहा कि आगामी 13 अप्रैल से हिंदू नव संवत्सर विक्रमी संवत 2078, युगाब्द 5123 प्रारंभ हो रहा है। चैत्र शुक्ल प्रतिपदा सृष्टि का प्रथम दिवस है। इसी दिन से ब्रहमा जी ने सृष्टि की रचना प्रारंभ की थी। विक्रम संवत भारत का सबसे मान्य व प्रामणिक संवत है और देशवासियों के सारे मुहुर्त इसी तिथियों के आधार पर संपन्न होते हैं। उन्होंने कहा कि नए संवत्सर का नाम ‘राक्षस’ है। इसके राजा और मंत्री दोनों मंगल है। 13 अप्रैल को सवार्थ, सिद्धयोग व अमृत सिद्ध योग में नववर्ष शुरू हो रहा है। इस बृहस्पति कुंभ राशि में हैं। जबकि संक्रांति के दिन सूर्य मेष राशि में प्रवेश कर रहे है। इसी योग के कारण हरिद्वार में कुंभ का संयोग बना है। आने वाला वर्ष देश-समाज के लिए शुभ फलदाई होगा। इस मौके पर नववर्ष उत्सव की रूपरेखा तय की गई। उन्होंने कहा कि कोटद्वार नगर में गत 15 वर्षों से निरंतर भव्य ढंग से नवसंवत्सर अभिनंदन समारोह आयोजित किया जा रहा है, लेकिन कोरोना संकट के चलते इस बार भव्य नागरिक समारोह और शोभायात्रा कार्यक्रम नहीं होगा। इसके बजाय जगह-जगह पर नागरिक संगठनों और महिला समूहों द्वारा पूजा-पाठ, हवन और भजन-कीर्तन कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। इन सभी कार्यक्रमों में नई पीढ़ी की भूमिका को बढ़ाया जा रहा है। कहा कि कोरोना गाइड लाइन के तहत जीतपुर-कुंभीचौड़, सिताबपुर, गाड़ीघाट, जानकीनगर, निंबूचौड़, दुर्गापुर आदि स्थानों पर उल्लास व उमंग के साथ नववर्ष उत्सव मनाया जाएगा। घरों को सजाया जाएगा। पकवान-मिठाई और नववर्ष बधाई संदेशों के साथ नववर्ष का स्वागत होगा। नववर्ष के महत्व संबंधी साहित्य और पत्रक वितरित किए जाएंगें। संस्कृत भारती, पूर्व सैनिक सेवा परिषद्, भारत स्वाभिमान न्यास, जीएमओयूलिए आदि संगठनों ने भी नववर्ष उत्सव मनाने की बात कही है। नव संवत्सर अभिनंदन समारोह समिति की ओर से 13 अप्रैल को जीएमओयूलि सभागार में हवन कार्यक्रम आयोजित किया गया है। समिति की ओर से समस्त नागरिकों और मातृशक्ति से सादगी के साथ नववर्ष उत्सव मनाने की अपील की गई है। गोपाल कृष्ण बड़थ्वाल की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में जीत सिंह पटवाल, डॉ. पदमेश बुड़ाकोटी, महानंद ध्यानी, लोकेंद्र अण्थ्वाल, अमित सजवाण, जर्नाद्धन बुड़ाकोटी, डॉ. जितेंद्र नेगी, गायत्री भट्ट, मंजू जखमोला, रजनी नेगी, आशा रावत, रश्मि केडियाल, बीना तोमर, संजय रावत, दीपक जदली, पंकज ध्यानी, सतीश देवरानी, चंदन नकोटी, सीपी डोबरियाल, राकेश देवरानी, गोपाल नेगी, सतेंद्र रावत, प्रेम सिंह नेगी, दिनेश शर्मा आदि मौजूद थे।