खस्ताहाल हुआ चक्रवर्तेश्वर पुल दे रहा दुर्घटनाओं को न्यौता
बागेश्वर। विकासखंड मुख्यालय से दर्जनों गांवों को जोड़ने वाला चक्रवर्तेश्वर पुल बेहद खस्ताहाल हो गया है। पुल के आधे दर्जन पटाल क्षतिग्रस्त हो चुके हैं। आलम यह है कि यहां से गुजरते समय कभी भी कोई बड़ी दुर्घटना हो सकती है। ग्रामीणों ने जनप्रतिनिधियों के साथ ही प्रशासन से तत्काल पुल की मरम्मत किए जाने की मांग की है। चक्रवर्तेश्वर मंदिर के पास गरुड़ नदी पर इस पैदल पुल का निर्माण वर्ष 1982-83 में ग्रामीणों की मांग पर किया गया था। यह पुल मटेना, जिनखोला, कोटूली बंड समेत आधे दर्जन गांवों को विकासखंड मुख्यालय से जोड़ता है। इसी पुल से होकर ग्रामीण मरीजों को लेकर बैजनाथ अस्पताल पहुंचते हैं। महिलाएं प्रतिदिन इसी पुल से कई बार खेती का कार्य करने इधर-उधर जाती हैं। जिला पंचायत के अंतर्गत आने वाला यह पुल वर्तमान में जीर्ण-शीर्ण हालत में पहुंच गया है। पुल के कई पटाल टूटकर गरुड़ नदी में गिर गए हैं। अन्य पटाल भी टूटने की कगार पर हैं। इससे पुल के आरपार जाना किसी खतरे से कम नहीं है। कभी भी यहां पर बड़ी दुर्घटना घट सकती है। मटेना के ग्राम प्रधान रविशंकर बिष्ट, उप प्रधान नीमा बड़सीला, क्षेत्र पंचायत सदस्य भोला दत्त तिवारी, जिनखोला की प्रधान मंजू बोरा, बंड की क्षेत्र पंचायत सदस्य बबीना देवी, हेम चंद्र पांडे, संजय बड़सीला, मनोज खोलिया, दिनेश जोशी आदि ग्रामीणों ने जिला पंचाय से अति शीघ्र पुल की मरम्मत करने की मांग की है।
कोई दुर्घटना न हो, इसके लिए जिपं को तत्काल पुल की मरम्मत करने के निर्देश दिए गए हैं। -जयवर्धन शर्मा, एसडीएम, गरुड़