स्वदेशी खेलों को विश्व पटल पर दिलाई जाएगी पहचान
नैनीताल। कुमाऊं विवि नैनीताल और पतंजलि विवि हरिद्वार व फिजिकल एजुकेशन फाउंडेशन ऑफ इंडिया के तत्वावधान में मंगलवार को आयोजित राष्ट्रीय वेबिनार में स्वदेशी खेलों से ही होगा स्वस्थ भारत का निर्माण विषय पर विशेषज्ञों ने विचार रखे। कुमाऊं विवि के क्रीड़ाधिकारी एवं क्रीड़ा परिषद के सचिव डॉ. नागेंद्र शर्मा ने कहा कि फिजिकल एजुकेशन फाउंडेशन ऑफ इंडिया (पेफी) की ओर से स्वदेशी खेलों को बढ़ावा देने की मुहिम शुरू कर दी है। कहा वेबिनार से हुई शरुआत में देशभर से छात्र जुड़े। इसमें पेफी राष्ट्रीय सचिव पीयूष जैन ने कहा कि भारतीय परंपरागत खेलों को समझने के साथ विश्लेषण किया जाए। कहा इनमें जहां एक ओर प्रतिस्पर्धा है वहीं दूसरी ओर जीवन के महत्वपूर्ण संदेश भी शामिल हैं। मुख्य वक्ता अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के संगठन मंत्री श्रीनिवास ने कहा स्वदेशी खेलों को बढ़ावा देना चाहिए। कुविवि के कुलपति प्रो. एनके जोशी ने कहा पेफी ने सराहनीय पहल शुरू की है। जल्द ही स्वदेशी खेल भारत ही नहीं विश्व भर में एक विशेष पहचान बनाने में समर्थ होंगे। कार्यक्रम में प्रो़ महावीर अग्रवाल, प्रदीप शेखावत, डॉ. अजय मलिक, डॉ. धर्मेंद्र बालियान, डॉ. शरद शर्मा, डॉ. चेतन शर्मा, डॉ. तरुण, डॉ. रुचि शाह, डॉ. अमृता पांडेय, डॉ. संतोष कुमार, डॉ. कपिल शास्त्री आदि रहे।