नयारघाटी में कयाकिंग एंड केनोइंग का दूसरी बार ट्रॉयल
जयन्त प्रतिनिधि।
सतपुली। नयारघाटी में एडवेंचर टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए रविवार को दूसरी बार नयार नदी में खैरासैंण से बड़खोलू तक कयाकिंग एंड केनोइंग का परीक्षण किया गया। जलक्रीड़ा विशेषज्ञ दलों द्वारा कयाकिंग एवं राफ्टिंग एवं अन्य जलक्रीड़ा संबंधि कार्यक्रम के लिए नयारनदी उपयुक्त बताया। साल के सभी महीने यहां अलग-अलग कार्यक्रम आयोजित किये जा सकेंगे। मानसून सीजन में कयाकिंग के लिए वाईल्ड वाटर में अनुभवी लोगों के लिए बेहतर है। साथ ही मानसून सीजन में बड़ी नदियों में उफान आने से वहां पर आने वाले लोगों को जलक्रीड़ा कार्यक्रम हेतु यहां पर डायबर्ट किया जा सकता है। जो कि उनके लिए एक सुनहरा अवसर होगा।
जिला पर्यटन व साहसिक अधिकारी केएस नेगी ने बताया कि जिले में एडवेंचर टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए नयारघाटी क्षेत्र की नयार नदियों में कयाकिंग एंड केनोइंग के लिए उपयुक्त स्थान देखकर परीक्षण किये जा रहे है। जिसे जल्द ही धरातल पर उतारा जायेगा, इससे क्षेत्र को एडवेंचर पर्यटन की दिशा में एक नई पहचान मिलेगी। युवाओं को कयाकिंग एंड केनोइंग से जोड़कर रोजगार देने के लिए युवाओं को प्रशिक्षण दिया जायेगा। युवाओं को 7 दिन का फॉउंडेशन कोर्स, 14 दिन का बेसिक कोर्स व 21 दिन का एडवांस कोर्स कराया जाएगा जो आने वाले समय में अपने क्षेत्रों में जलक्रीड़ा में भविष्य को संवारते हुए गाईड के रूप में कार्य कर, आत्म निर्भर बन सकेंगे। नयारघाटी क्षेत्र में देवप्रयाग से ब्यासघाट, बिलखेत, बांघाट, बडखोलू, सतपुली, खैरासैण में नयार नदी पर कयाकिंग एंड केनोइंग की संभावनाओं को तलाशने के लिए यह ट्रॉयल किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि करीब दो सप्ताह पूर्व नदी में कयाकिंग एंड केनोइंग का परीक्षण किया गया था। टीम हेड प्रवीण सिंह रांगड़, पवन राणा, आशु, प्रवीण रावत, अंकित पुण्डीर, मनीष रावत, सचिन ममगार्इं, लक्ष्मण नेगी व आशीष ने नयार नदी में कयाकिंग एंड केनोइंग का ट्रॉयल किया।