अक्सीजन की निर्बाध आपूर्ति और उत्पादन के लिए केंद्र सरकार का बड़ा फैसला, आपदा प्रबंधन कानून लागू किया
नई दिल्ली, एजेंसी। देश में कोरोना संक्रमण के चलते स्थिति विकराल हो गई है। कोरोना मरीजों की बढ़ती संख्घ्या ने सरकार के सभी इंतजामों पर पानी फेरने का काम किया है। अक्घ्सीजन और रेमडेसिविर की भारी किल्घ्लत हो गई है। हालांकि सरकार अक्घ्सीजन की आपूर्ति को सुचारू करने के लिए पूरी कोशिशें कर रही है। अक्घ्सीजन टैंकरों को राज्घ्यों में रोके जाने की शिकायतों पर केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सख्घ्त रुख अपनाया है। केंद्र सरकार ने राज्यों को मेडिकल अक्सीजन की निर्बाध आपूर्ति, उत्घ्पादन और उसके अंतरराज्यीय परिवहन को सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।
केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने कठोर आपदा प्रबंधन कानून 2005 के तहत उक्घ्त आदेश जारी किए हैं।मंत्रालय ने गुरुवार को निर्देश दिए कि राज्यों के बीच मेडिकल अक्सीजन की आवाजाही पर कोई प्रतिबंध नहीं लगाया जाएगा। यही नहीं अक्सीजन ले जाने वाले वाहनों के अंतर-राज्य आवाजाही की अनुमति दी जाए। मंत्रालय ने कहा है कि इस आदेश की अवहेलना होने की शिकायत मिलने पर संबंधित जिले के जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक जवाबदेह होंगे। राज्यों को चिकित्सकीय अक्सीजन की आपूर्ति बाधित किए जाने की खबरों के मद्देनजर यह आदेश जारी हुआ है।
गृह सचिव भल्ला ने कहा कि कोरोना के मरीजों के इलाज के लिए अक्सीजन की पर्याप्त और निर्बाध उपलब्धता बेहद जरूरी है। ऐसे में राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में आवश्यकता के अनुसार अक्सीजन की आपूर्ति बनाए रखना जरूरी है। ऐसे में आपदा प्रबंधन कानून के तहत प्राप्त अधिकारों का इस्घ्तेमाल करते हुए केंद्र सरकार राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की सरकारों को अपने अधिकार क्षेत्र में निम्न निर्देशों का पालन सुनिश्चत करने का निर्देश जारी करती है। मंत्रालय ने यह भी कहा है कि अक्सीजन उत्पादकों पर अधिकतम सीमा की कोई पाबंदी नहीं होनी चाहिए।
केंद्रीय गृह मंत्रालय का यह बयान ऐसे वक्घ्त में सामने आया है जब दिल्घ्ली सरकार ने इसकी आपूर्ति प्रभावित होने को लेकर सीधे केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। दिल्घ्ली के उप-मुख्घ्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने गुरुवार को आरोप लगाया कि ऐसे में जब केंद्र सरकार ने दिल्ली का अक्सीजन का आवंटन बढ़ा दिया है तो हरियाणा और उत्तर प्रदेश की सरकारें अक्घ्सीजन लेकर आ रहे टैंकरों को रोक रही हैं। उन्घ्होंने सवाल उठाया कि आखिर में हरियाणा और उत्तर प्रदेश की सरकारें इस तरह का व्यवहार क्यों कर रही हैं। ऐसा लग रहा है जैसे दिल्ली का उत्तर प्रदेश और हरियाणा से झगड़ा है।
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने गुरुवार को कहा कि आज दिल्ली में चारों तरफ अक्सीजन के लिए त्राही त्राहि इसलिए मची हुई है क्योंकि हरियाणा और उत्तर प्रदेश ने अक्सीजन को लेकर जंगलराज मचा रखा है। वहां की सरकारें, अधिकारी, पुलिस वहां के अक्सीजन प्लांट से दिल्ली के लिए अक्सीजन नहीं निकलने दे रहे हैं। उन्होंने केंद्र सरकार से गुहार लगाई कि केंद्रीय गृह मंत्रालय को इस मामले में हस्तक्षेप करना चाहिए अन्घ्यथा स्थिति बेहद विकराल हो जाएगी। उन्घ्होंने बताया कि दिल्ली के कई अस्पतालों में अक्सीजन पूरी तरह खत्म हो गई है। सरोज, राठी, शांति मुकुंद, तीरथ राम अस्पताल, यूके अस्पताल, जीवन अस्पताल में अक्सीजन नहीं है।