सुमनाक्षर के बताए मार्ग पर चलने का लिया संकल्प
भारतीय दलित साहित्य अकादमी की ओर से आयोजित किया गया कार्यक्रम
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। भारतीय दलित साहित्य अकादमी की ओर से अकादमी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ.एसपी सुमनाक्षर का 83वां जन्मदिन मनाया गया। इस दौरान सदस्यों ने देश व समाज हित में सुमनाक्षर के बताए मार्ग पर चलने का संकल्प लिया।
शुक्रवार को भारतीय दलित साहित्य अकादमी की ओर से कोटद्वार स्थित एक बारात घर में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। अकादमी के जिलाध्यक्ष समासेवी सुरेंद्र लाल आर्य ने कहा कि डॉ.एसपी सुमनाक्षर ने भारतीय दलित साहित्य अकादमी की ओर से सदैव असहाय व गरीब व्यक्तियों की मदद करते हैं। उनका मुख्य उद्देश्य समाज के प्रत्येक व्यक्ति को उनका अधिकार दिलवाना है। कहा कि युवाओं को सुमानाक्षर से प्रेरणा लेकर देश हित में कार्य करने के लिए आगे आना चाहिए। अकादमी के पौड़ी जिलाध्यक्ष हीरा लाल टम्टा ने कहा कि
डॉ. सुमनाक्षर सरलता,सादगी, सहजता व बहुआयामी प्रतिभा के धनी हैं। उन्होंने पूर्व उप प्रधानमंत्री बाबू जगजीवन राम के साथ मिलकर 1984 में भारतीय दलित साहित्य अकादमी की स्थापना की थी, जो अब अंर्तराष्ट्रीय स्तर पर कार्य कर रही है। जिसका मुख्यालय दिल्ली में स्थापित किया गया। कहा कि उन्होंने समाज मे समता, सम्मान, स्वाभिमान व बंधुत्व स्थापित करने के लिए अपना जीवन न्यौछावर कर दिया। सुमनाक्षर अब तक कई पुस्तकें भी लिख चुके हैं। उनकी पुस्तकें समाज को नई दिशा देने का कार्य करती हैं। सभा को वरिष्ठ साहित्यकार वयोवृद्ध चक्रधर शर्मा, सूरवीर खेतवाल, मीना बछवांन, शैल शिल्पी विकास सगठन के अध्यक्ष शिवकुमार, यशपाल, पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष दुगड्डा सुश्री बिमला आर्य, पूर्व ग्राम प्रधान अनिल कुमार, विनीता भारती, विकास आर्य, मनवर सिंह आर्य, पूर्व डीएफओ धिरजधर बछुवान उपस्थित थे।