निगम भ्रष्टाचार का मुख्य आरोपी लेखाकार पंकज रावत गिरफ्तार
फर्जी हस्ताक्षर कर नगर निगम को लाखों का चूना लगाने का आरोप
पूर्व में महिला ठेकेदार व एक पार्षद को पुलिस कर चुकी है गिरफ्तार
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार: नगर निगम कोटद्वार में धोखाधड़ी कर लाखों का गबन करने वाले मुख्य आरोपी लेखाकार पंकज रावत को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। मामले में महिला ठेकेदार व एक पार्षद को पुलिस पूर्व में गिरफ्तार हो चके हैं। फरार पंकज रावत पर पुलिस ने दस हजार रुपये का इनाम भी रखा था।
अक्टूबर 2022 में नगर आयुक्त किशन सिंह नेगी ने कोतवाली में दी तहरीर में कहा था कि निगम की बैलेंस शीट तैयार करने के दौरान यह बात सामने आई कि कूटरचित चेक बनाकर 23.89 लाख के सरकारी धन का गबन किया गया। नगर निगम में वर्ष 2021 में सुमिता देवी को ठेकेदार के तौर पर पंजीकृत किया गया। सुमिता देवी को उस कार्य का भुगतान किया गया, जिस कार्य का भुगतान वर्ष 2019 में किशोर कुमार को किया जा चुका था। भुगतान से पूर्व फर्जी तरीके से सुमिता देवी का नाम 2019 की निविदादाता सूची में अंकित किया गया। साथ ही अवर अभियंता के फर्जी हस्ताक्षरों से बिल तैयार कर 17 लाख से अधिक का भुगतान कर दिया गया। नगर आयुक्त की ओर से दी गई तहरीर के आधार पर पुलिस ने तत्कालीन लेखाकार पंकज रावत व ठेकेदार सुमिता देवी के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी थी। कोतवाली प्रभारी निरीक्षक विजय सिंह ने बताया कि विवेचना में यह बात सामने आई थी कि पार्षद कुलदीप आरोपित सुमिता देवी का ठेकेदारी का पूरा काम देखता था। साथ ही सुमिता देवी को भुगतान की गई 17 लाख से अधिक धनराशि में से 15 लाख से अधिक धनराशि स्वयं निकालकर आरोपित पंकज रावत के साथ बांटी। बताया कि मामले में सुमिता देवी व पार्षद कुलदीप को पूर्व में ही गिरफ्तार किया जा चुका है। जबकि, फरार पंकज रावत की गिरफ्तारी के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे थे। बताया कि बुधवार को पुलिस ने पंकज रावत को भी गिरफ्तार कर लिया। जिसे न्यायालय के समक्ष पेश करने के बाद पौड़ी जेल भेज दिया गया है।
कुर्की की हो रही थी तैयार
फरार पंकज रावत की गिरफ्तारी के लिए कोतवाली पुलिस लगातार दबिश दे रही थी। लेकिन, पुलिस को उसके बारे में कोई जानकारी नहीं मिल पा रही थी। ऐसे में पुलिस ने उसके ऊपर दस हजार रुपये का इनाम भी रखा था। साथ ही पुलिस गिरफ्तान न होने की दशा में उसके घर व संपति की कुर्की की भी तैयारी कर रही थी। आरोपी पंकज रावत की ओर से अदालत में सरेंडर करने के लिए प्रार्थनापत्र दिया गया था। पंकज को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस लगातार दबिश दे रही थी।
भ्रष्टाचारियों पर होगी कड़ी कार्रवाई: आयुक्त
नगर निगम के नव नियुक्त नगर आयुक्त वैभव गुप्ता ने बताया कि नगर निगम में हुए भ्रष्टाचार की जांच में किसी भी स्तर पर कमी नहीं आने दी जाएगी। भ्रष्टाचार में लिप्त प्रत्येक व्यक्ति के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। बताया कि नगर निगम में हुआ घोटाला एक गंभीर विषय है। इस दौरान उन्होंने जन समस्याओं का भी गंभीरता से निकराकरण करने की बात कही। कहा कि अतिक्रमण, ट्रेचिंग ग्राउंड व अन्य समस्याओं के निराकरण का कार्य किया जाएगा।