नार्को टेस्ट में आफताब के जवाबों से उड़े मनोविज्ञानियों के होश, किए कई खुलासे
नई दिल्ली, एजेंसी। रोहिणी के अंबेडकर अस्पताल में गुरुवार को नार्को टेस्ट के दौरान आफताब ने बेहोशी की हालत में कई ऐसे सवालों के जवाब दिए हैं, जिन्हें सुनकर मनोविज्ञानियों के होश उड़ गए। सूत्रों की माने तो, आरोपित ने श्रद्घा की हत्या करने की बात तो स्वीकार की ही, साथ ही उसने यह भी बताया कि हत्या के बाद उसने किन हथियारों से उसके टुकड़े किए। उसने श्रद्घा के कपड़े कहां डिस्पोज किए, जब उसने श्रद्घा की हत्या की तो उस समय वह क्या कर रही थी।
इसके अलावा आफताब ने बताया कि नार्को टेस्ट में हत्या करने के बाद उसने इसकी जानकारी भी किसी से साझा की थी। श्रद्घा के टुकड़े करने का ख्याल उसे कैसे आया। हत्या करने के बाद सबसे पहले उसने क्या किया। शव के टुकड़े उसने कहां-कहां देंके। पहला टुकड़ा कौन-सा देंका? आखिरी टुकड़ा कौन-सा देंका व कहां देंका? श्रद्घा का सिर कहां देंका? श्रद्घा का मोबाइल कहां देंका? क्या शव के टुकड़े देंकने में उसकी किसी दोस्त ने भी मदद की थी। आफताब से यह भी पूछा गया कि उसने हत्या करने के बाद या पहले कौन-कौन सी फिल्म या वेब सीरीज देखी।
पुलिस गुरुवार सुबह करीब पौने नौ बजे आफताब को लेकर अंबेडकर अस्पताल पहुंची। इसके बाद अंबेडकर अस्पताल के इमरजेंसी ओटी में जाने से पहले उसके कपड़े बदले गए।ओटी में मनोविज्ञानी, फोरेंसिक विशेषज्ञ की मौजूद्गी में अंबेडकर अस्पताल के डाक्टर ने आफताब को एनेस्थीसिया का इंजेक्शन दिया। कुछ मिनटों बाद अर्ध चेतना की अवस्था में चला गया। इस दौरान चार मनोविज्ञानियों ने करीब आठ-आठ सवाल पूटे। यह वो सवाल थे जो पालीग्राफ टेस्ट के बाद मनोविज्ञानियों की टीम ने तैयार किए थे। इनमें से आठ सवाल प्रमुख थे। जिनमें हत्या को लेकर ही सवाल पूटे गए।
सूत्रों की माने तो आफताब ने माना कि उसने हत्या की थी। वह श्रद्घा को पहले दिल्ली लेकर आया और फिर डेटिंग एप पर दूसरी लड़कियों से मिलने लगा। उन्हें घर बुलाने लगा। इसको लेकर श्रद्घा परेशान हो गई थी। वह बार-बार झगड़ती थी।18 मई को भी उनका इसी बात पर झगड़ा हुआ व गुस्से में उसने श्रद्घा की हत्या कर दी। दो घंटे से ज्यादा देर तक चले आफताब के नार्को टेस्ट के दौरान आफताब ने सभी सवालों के जवाब सही दिए। मनोविज्ञानी व पुलिस भी संतुष्ट हुए। संभावना जताई जा रही है कि नार्को टेस्ट के बाद पुलिस की जांच का दायरा बढ़ सकता है।
अंबेडकर अस्पताल में नार्को टेस्ट के दौरान आफताब से न सिर्फ सवाल पूटे गए। उसको श्रद्घा के फोटो, घर के फोटो, डेटिंग एप के जरिये मिली लड़कियों के फोटो भी दिखाए गए। इस दौरान उसके शरीर में होने वाली गतिविधियों को भी नोट किया गया। सुरक्षा को लेकर सिविल ड्रेस में भी पुलिस कर्मी तैनात थे। अंबेडकर अस्पताल में सुरक्षा व्यवस्था काफी कड़ी की गई थी। इमरजेंसी ओटी वाले गलियारे में करीब दो दर्जन पुलिस कर्मी तैनात थे।ओटी की ओर जाने वाले दोनों रास्तों को पुलिस ने अपने कब्जे में लिया हुआ था। टेस्ट के दौरान किसी भी बाहरी व्यक्ति को नहीं आने दिया गया। बाहर गेट पर भी पुलिस कर्मी तैनात थे। सिविल ड्रेस में भी पुलिस कर्मी हर गतिविधि पर नजर रखे हुए थे। सोमवार को आफताब को ले जा रही वैन पर हुए हमले के बाद से पुलिस काफी सतर्कता बरत रही है।
नार्को टेस्ट के लिए अंबेडकर अस्पताल में पहुंचे आफताब के चेहरे पर कोई शिकन नहीं थी। न ही टेस्ट से पहले कोई डर था और न ही बाद में। पुलिस वैन पर हुए हमले के बाद उसे समझ में आ गया था कि बाहर लोगों में उसके खिलाफ काफी गुस्सा है। बावजूद इसके वह डरा हुआ नहीं लग रहा था।