अशोक गहलोत के बाद अब उनके बेटे वैभव को झटका
जयपुर , एजेंसी। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को एक और झटका लगा है। राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन के चुनाव पर हाईकोर्ट ने रोक लगा दी है। गुरुवार को एकल पीठ ने दौसा क्रिकेट एसोसिएशन की याचिका पर सुनवाई करते हुए यह फैसला सुनाया है। सीएम अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत इस चुनाव में अध्यक्ष पद के लिए मैदान में थे। अब आरसीएस की ओर से दाखिल याचिका पर हाईकोर्ट कल यानी शुक्रवार को सुनवाई करेगा।
राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन ने 30 सितंबर को होने वाले चुनाव के लिए रिटायर्ड आईएएस अफसर राम लुभाया को मुख्य चुनाव अधिकारी बनाया गया था। चुनाव अधिकारी राम लुभाया के खिलाफ जिला क्रिकेट संघों ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी। जिसमें कहा गया था कि राम लुभाया को सरकार ने लाभ का पद दिया है। वह आरसीए का चुनाव लड़ रहे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत को फायदा पहुंचा सकते हैं। ऐसे में निष्पक्ष चुनाव नहीं हो पाएंगे। निष्पक्ष चुनाव अधिकारी बनाए जाने के बाद ही चुनाव कराए जाएं। याचिका पर सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट ने चुनाव पर रोक लगा दी।
राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन दो गुटों में बंटा हुआ है। पहला गुट राजस्थान के मुख्यमंत्री गहलोत के बेटे वैभव गहलोत और दूसरा नांदू गुट है। वैभव गुट से अध्यक्ष पद के लिए वैभव गहलोत, उपाध्यक्ष- सतीश व्यास, राजेश भडाना, रतन सिंह, सचिव- भवानी सामोता, कोषाध्यक्ष- रामपाल शर्मा, संयुक्त सचिव- सतीश व्यास, राजेश भडाना और कार्यकारिणी सदस्य के लिए फारूख अहमद ने नामांकन किया था।
वहीं, नांदू गुट की ओर से अध्यक्ष पद के लिए धनंजय सिंह, उपाध्यक्ष- मुकेश शाह और धनजंय सिंह, सचिव- राजेंद्र सिंह नांदू, कोषाध्यक्ष- विनोद सहारण और के लिए संयुक्त सचिव- अरूण सिंह ने नामांकन दाखिल किया है। नांदू गुट की ओर से ही मुख्य चुनाव अधिकारी राम लुभाया के खिलाफ हाईकोर्ट में याचिका दायर की गई थी। जिस पर सुनवाई के बाद हाईकोर्ट ने राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन के चुनाव स्थगित कर दिए। वहीं अब शुक्रवार को लोकपाल समेत अन्य लंबित मुद्दों पर सुनवाई होगी।
बता दें कि राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन के लिए 26 सितंबर को नामांकन पत्र दाखिल किए गए थे। आज गुरुवार को नामांकन वापस लेने का आखिरी दिन था। कल शुक्रवार को मतदान होना था और परिणाम जारी होना था, लेकिन चुनाव से एक दिन पहले ही चुनाव पर रोक लगा दी गई है।