अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर कोटद्वार में लोगों ने घर में किया योग
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। कोरोना महामारी संकट के बीच रविवार को कोटद्वार में अन्तरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया गया। कोरोना संक्रमण को देखते हुए इस बार अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर कोई सामूहिक आयोजन नहीं किया गया। कोटद्वार में भी लोगों ने घर पर योग किया।
इस बार आयोजन की थीम ‘घर पर करें योग और परिवार के साथ करें योग’ रखी गई है। वहीं, योग दिवस विश्व में पहली बार 21 जून 2015 को मनाया गया और तभी से हर वर्ष उस दिन को योग दिवस के तौर पर मनाया जाता है लेकिन यह पहला मौका होगा जब इसे डिजिटल तरीके से मनाया गया। कोटद्वार में योग दिवस पर भारत स्वाभिमान न्यास की ओर से मालवीय उद्यान, महिला पतंजलि की ओर से भी सार्वजनिक कार्यक्रम का आयोजन किया जाता था, लेकिन इस वर्ष कोरोना महामारी के कारण योग दिवस पर सार्वजनिक कार्यक्रम का आयोजन नहीं हो पाया। कोटद्वार में सभी लोगों ने घर पर ही योग किया।
भारत स्वाभिमान न्यास कोटद्वार के साधकों द्वारा अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर अपने-अपने घरों में योगाभ्यास किया गया। साथ ही सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों को योगाभ्यास करवाया गया। संस्था के योग शिक्षकों द्वारा आसन एवं प्राणायाम की वीडियो क्लिप बनाकर सोशल मीडिया में पोस्ट की गई। जिसका कई साधकों ने लाभ लिया। गत वर्षों की भांति इस बार कोरोना संक्रमण काल के चलते हुए सामूहिक योगाभ्यास करना संभव नहीं था, इसलिए संस्था ने सोशल मीडिया के माध्यम से अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर लोगों को योग के प्रति जागरुक किया और योगाभ्यास कराया। जिला प्रभारी विजय नौटियाल ने बताया कि जब तक स्थितियां सामान्य नहीं हो जाती, तब तक सोशल मीडिया के माध्यम से संस्था के शिक्षकों द्वारा योगाभ्यास करवाया जाएगा और योगासन संबंधित जानकारियां दी जाएंगी। उन्होंने बताया कि योग के प्रति कोटद्वार में उत्साह बढ़ रहा है। कोरोना के चलते लोग योग की जरूरत पहले की तुलना में अधिक समझ रहे है।
बॉक्स समाचार
योग को दैनिक जीवन का हिस्सा बनाना होगा
महर्षि कण्व योग समिति द्वारा अन्तराष्ट्रीय योग दिवस बड़े उत्साह के साथ मनाया गया। इस मौके पर लोगों ने योग को दैनिक जीवन में अपनाने का संकल्प लिया। समिति के सभी योग शिक्षकों व कार्यकर्ताओं ने अपने-अपने घर में योग का अभ्यास किया। योग साधकों ने व्यायाम, सूक्ष्म व्यायाम, प्रणायाम, ध्यान, सूर्य नमस्कार आदि आसनों का अभ्यास किया। बच्चों ने वृश्चिकासन, पूर्ण धनुरासन, शीषपदमासन, कुकुटासन, शीर्षासन, मयुरासन आदि का प्रदर्शन किया। समिति के अध्यक्ष नीरज नेगी ने बताया कि देश को कोरोना महामारी से मुक्ति दिलाने के लिए हवन यज्ञ किया गया। उन्होंने कोरोना सं उत्पन्न आर्थिक स्थिति पर चिंता व्यक्त करते हुए सभी से राष्ट्रव्यापी स्वदेशी अभियान से जुड़ने की अपील की। उन्होंने कहा कि स्वदेशी की राह पर चलकर ही हम अपनी सामाजिक, सांस्कृतिक धरोहर की भी रक्षा कर पायेगें। योग को जीवन शैली का हिस्सा बनाने वाले व्यक्ति की प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है। योग से हर रोग को दूर भगाया जा सकता है। इसे दैनिक जीवन का हिस्सा बनाना होगा। इस अवसर पर सोहन लाल भारद्वाज, देवेन्द्र सिंह बिष्ट, किरन तिवारी, सुनीता रावत, हर्षमणि नौडियाल, आर शर्मा, हेमलता सुंडली, अनीता रावत, कांति बिष्ट, सुनीता नेगी, सुनीता सजवाण, आरती रावत आदि मौजूद थे।