अवैध भंडारण के विरूद्ध सनेह में दिया धरना
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। सनेह मल्ली में स्थानीय लोगों ने मानको के विपरीत स्वीकृत खनन भंडारण के विरूद्ध धरना देकर प्रदर्शन किया। साथ ही शासन-प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। शनिवार को पूर्व सैनिक सेवा परिषद ने धरना स्थल पर पहुंचकर आंदोलन को समर्थन दिया।
सनेह क्षेत्र में गांव के बीचों बीच में मानकों को ताक में रखकर स्वीकृति किया गया खनिज भंडारण को रद्द करने की मांग को लेकर स्थानीय ग्रामीण व विभिन्न सामाजिक एवं राजनैतिक संगठन पिछले काफी समय से आंदोलन कर रहे है। लेकिन शासन-प्रशासन इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है। जिससे लोगों में आक्रोश पनप रहा है। लोगों ने कहा कि शासन द्वारा सनेह मल्ली गांव के खाता संख्या 10 में खनिज भंडारण की स्वीकृति प्रदान की गई है। जबकि उक्त खेत गांव के बीचों बीच में है। जिस कारण ध्वनि प्रदूषण होगा। उक्त भंडारण स्थल नदी से मात्र 180 मीटर की दूरी पर है तथा आंगनबाड़ी केन्द्र उक्त स्थान से सटा है। जिस कारण रात दिन टैक्टर व डम्पर चलने से शांति प्रिय गांव का माहौल खराब हो रहा है। उन्होंने कहा कि उपखनिज लेकर आ रहे वाहनों से सिंचाई नहर व पेयजल लाइन क्षतिग्रस्त हो रही है। जिस कारण लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि गांव की संकरी सड़कों पर उक्त वाहनों की आवाजाही के कारण जहां दुर्घटना का खतरा बना हुआ है, वहीं सड़क व पेयजल लाइन क्षतिग्रस्त हो रही है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि भंडारण करने वालों द्वारा सिंचाई गूल को भी बंद कर दिया गया है। जब तक सरकार उक्त भंडारण की स्वीकृति को निरस्त नहीं करेगी तब तक आंदोलन जारी रहेगा। धरना प्रदर्शन करने वालों में पूर्व सैनिक सेवा परिषद के अध्यक्ष गोपालकृष्ण बड़थ्वाल, कर्नल बीडी ध्यानी, कैप्टन सीपी डोबरियाल, गोपालदत्त जखमोला, बलवन्र्त ंसह, कुन्दन सिंह रावत, हसवंत सिंह, सतपार्ल ंसह, जगदीर्श ंसह, हेमा देवी, सुशीला देवी, राखी देवी, अंशू देवी, मंजू देवी, लक्ष्मी देवी, ममता देवी आदि शामिल थे।
बता दें कि सनेह क्षेत्र के लोगों ने पूर्व में भी उक्त भंडारण का विरोध किया था। प्रशासन द्वारा उपखनिज के भण्डारण की स्वीकृति शासन द्वारा जारी मानकों के खिलाफ दिये जाने का आरोप स्थानीय जनता ने लगाया था। जिस पर प्रशासन व खनिज विभाग द्वारा जांच किये जाने पर इस भंडारण को मानकों के विपरीत पाया गया। बावजूद इसके इस भंडारण की स्वीकृति को रद्द नहीं किया गया।