सड़क बनाने की मांग को लेकर धरना दे रहे ग्रामीणों का बेहड़ ने किया समर्थन
रुद्रपुर। कई दिनों से क्षतिग्रस्त सड़क को बनाने की मांग कर रहे ग्राम प्रधानों और स्थानीय लोगों ने शिमला-कुरैया लिंक मार्ग पर धरना दिया। विधायक तिलकराज बेहड़ ने ग्रामीणों के साथ धरने पर बैठकर उनकी मांग का समर्थन किया। बेहड़ ने डीएम को पत्र लिखकर ग्रामीणों की सड़क पर भारी वाहनों के आवागमन पर रोक लगाने की मांग की है। बेहड़ के आश्वासन के बाद ग्रामीण धरना समाप्त करने पर राजी हो गये। इसके बाद प्रशासन ने राहत ली।
शिमला-कुरैया लिंक मार्ग ग्राम दरऊ से ग्राम शिमला तक तमाम गांवों को किच्छा-रुद्रपुर नेशनल हाईवे से जोड़ता है। सोमवार को शिमला-कुरैया मार्ग स्थित तमाम गांव के प्रधानों व बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने तुलसी द्वार के निकट इस मार्ग पर दरी बिछाकर धरना दिया। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि चुकटी देवरिया स्थित टोल बचाने के लिए भारी वाहन चालक इस लिंक मार्ग का प्रयोग करते हैं। इससे सड़क क्षतिग्रस्त हो जाती है और दुर्घटनाओं का भय बना रहता है। उन्होंने आरोप लगाया कि इस मार्ग पर अनेकों औद्योगिक इकाइयां भी हैं। जिनसे निकलने वाला पानी सड़क पर बहा दिया जाता है। इससे भी सड़क टूट जाती है। ग्रामीणों ने सड़क को बनाने की मांग करते हुए नारेबाजी की। जानकारी मिलते ही किच्छा विधायक तिलकराज बेहड़ मौके पर पहुंच गए। उन्होंने ग्रामीणों की मांग को जायज ठहराते हुए तीन घंटे तक धरने बैठ कर उनका समर्थन किया। बेहड़ ने बताया कि उन्होंने डीएम से इस मार्ग पर भारी वाहनों के आवागमन व आद्यौगिक इकाइयों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है। सूचना मिलते ही संबंधित विभागों के अधिकारी मौके पर पहुंच गए। विधायक बेहड़ ने लोनिवि के अधिकारियों को कड़े शब्दों में सड़क के गड्ढे भरने की बात कही। बेहड़ ने औद्योगक इकाइयों के प्रबंधन को चेतवानी देते हुए कहा कि यदि उन्होंने एक हफ्ते के भीतर पानी के लिए नाला नहीं बनाया तो लोनिवि उनके निर्माण में नाला खोदने की कार्रवाई करेगी। बेहड़ ने टोल बचाने के लिए लिंक रोड से निकलने वाले भारी वाहनों पर कार्रवाई करने के लिए पुलिस पिकेट तैनात करने की बात कही। विधायक का आश्वासन मिलने के बाद ग्रामीणों ने अपना धरना समाप्त कर दिया। इस दौरान तहसीलदार पूजा शर्मा, कोतवाल विक्रम राठौड़, लोनिवि सहायक अभियंता प्रकाश लाल, ग्राम प्रधान खमरिया हरविन्द्र सिंह , ग्राम प्रधान चकोनी राजेन्द्र सिंह, ग्राम प्रधान शिमला यामिन अंसारी, लक्ष्मणदास बांगा, तीरथ मुंजाल, गोल्डी मुंजाल, शुभम सुखीज, डा़ हरभगवान रहेजा, रिशु सलूजा, ग्राम प्रधान मलसा सुरेश, रणजीत सिंह, नवीन बांगा आदि मौजूद रहे।