मार्केण्डेय मंदिर मक्कूमठ में विराजमान हुए भगवान तुंगनाथ
रुद्रप्रयाग। संवाददाता तृतीय केदार भगवान तुंगनाथ अपने शीतकालीन गद्दीस्थल मार्केण्डेय मंदिर मक्कूमठ में विराजमान हो गए है। जहाँ पर सूबे के मुख्यमंत्री़.़
तृतीय केदार भगवान तुंगनाथ अपने शीतकालीन गद्दीस्थल मार्केण्डेय मंदिर मक्कूमठ में विराजमान हो गए हैं। जहां पर सूबे के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बाबा के दर्शन किए। अब अगले छह माह तक भगवान तुंगनाथ की पूजा अर्चना यहीं की जाएगी।
सोमवार को पुजारियों द्वारा विधि-विधान के साथ आराध्य की भोगमूर्तियों को मंदिर के गर्भगृह में स्थापित कर दिया गया है। इस दौरान पूरा क्षेत्र बाबा तुंगनाथ के जयकारों से गूंज उठा। सोमवार को भगवान तुंगनाथ की चल उत्सव विग्रह डोली दोपहर 12 बजे मार्केण्डेय मंदिर मक्कूमठ पहुंची। मुख्य मंदिर की तीन परिक्रमा के बाद डोली भूतनाथ मंदिर पहुंची और दर्शनों के उपरांत मुख्य मंदिर के सभा मंडप में विराजमान हो गई। इस मौके पर मक्कुमठ गांव के ग्रामीणों ने आराध्य के दर्शन कर उन्हें सामूहिक अर्घ्य लगाया। इसके उपरांत तृतीय केदार भगवान तुंगनाथ की भोग मूर्तियों को मार्केण्डेय मंदिर के गर्भगृह में छह माह की पूजा-अर्चना के लिए विराजमान किया गया। इससे पूर्व पूर्वाह्न 11 बजे तृतीय केदार की चल उत्सव डोली ने भनकुन से शीतकालीन गद्दीस्थल मक्कूमठ के लिए प्रस्थान किया। जहां पर ग्वाड़ के ग्रामीणों द्वारा भगवान को सामूहिक अर्घ्य लगाया गया। भक्तों के जयकारों के बीच तृतीय केदार की चल उत्सव विग्रह डोली शीतकालीन गद्दीस्थल मक्कूमठ पहुंची। पुजारी शिवशंकर लिंग,आरसी तिवारी,डोली प्रभारी प्रकाश पुरोहित,प्रधान विजयपाल नेगी,प्रबंधक बलबीर नेगी,मठापति रामप्रसाद मैठाणी,मुकेश मैठाणी,अतुल मैठाणी,विनोद मैठाणी,प्रकाश मैठाणी आदि थे।