उत्तराखंड

देवप्रयाग में तीर्थ पुरोहितों की समस्याओं पर किया मंथन

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नई टिहरी। बदरीनाथ धाम तीर्थ पुरोहितों की सर्वोच्च संस्था श्री बदरीश पंडा पंचायत ने बैठक कर संकट काल में तीर्थ पुरोहितों के परिवारों की सहायता हेतु आपदा कोष बनाने तथा युवा पुरोहितों को धार्मिक विधान सीखने के हेतु कार्यशाला आयोजित करने की बात कही है। तीर्थ पुरोहितों ने बदरीनाथ धाम में मास्टर प्लान से प्रभावित पुरोहितों को एक समान सर्किल रेट दिये जाने की सरकार से मांग की। श्री बदरीश पंडा पंचायत अध्यक्ष प्रवीन ध्यानी की अध्यक्षता में देवप्रयाग में आयोजित बैठक में तीर्थ पुरोहितों के हितों के लिये भविष्य की योजनाओं पर चर्चा की गई। बैठक में पीएम मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट श्री बदरीनाथ धाम मास्टर प्लान पर सरकार और शासन से सीधी वार्ता करने के बाद ही धाम में प्रभावित तीर्थ पुरोहित परिवारों की भूमि भवन के अधिग्रहण किये जाने की बात भी कही गई। अध्यक्ष ने कहा कि सरकार द्वारा लीज की भूमि पर बनाये गए आवास तीर्थ पुरोहित नहीं लेंगे। बैठक में तप्त कुंड परिसर बदरीनाथ को शुद्घ व स्वच्छ रखने का संकल्प लिया गया। देवप्रयाग स्थित जोगीवाड़ा का सीमांकन करने तथा नई टिहरी स्थित पंडा पंचायत भवन को सुविधा युक्त बनाने के प्रस्ताव पर भी चर्चा की गई। बैठक में रंगकर्मी मदनलाल डंगवाल की अध्यक्षता में 22 सदस्यीय सांस्तिक प्रकोष्ठ बनाने तथा वित्तीय देख रेख हेतु जांच समिति गठित की गई। देवप्रयाग नगर सहित 52 गांवों में रहने वाले तीर्थ पुरोहितों के हक हकुक पर चर्चा की गई। बैठक में पंडा पंचायत उपाध्यक्ष सुधाकर बाबुलकर, सचिव रजनीश मोतीवाल, कोषाध्यक्ष अशोक टोडरिया, सह सचिव राजेश पालीवाल, अजय बंदोलिया, प्रमोद मेवाडगुरु, प्रदीप गौरी भट्ट, श्री बदरीश् युवा पुरोहित संगठन अध्यक्ष श्रीकांत बडोला,दिनकर बाबुलकर, ड. जमुना प्रसाद रैवानी, भगवती प्रसाद ध्यानी, विनोद कोटियाल आदि मौजूद थे।

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