उत्तराखंड

गोपेश्वर में भूधंसाव ट्रीटमेंट हेतु 33 करोड़ रुपये के डीपीआर को स्वीति

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चमोली। चमोली जिले के मुख्यालय गोपेश्वर के भू धंसाव प्रभावित इलाके सुभाष नगर के ट्रीटमेंट होने की आस बन गयी है। सरकार ने भू धंसाव प्रभावित सुभाषनगर के लिये 33 करोड़ रुपये के डीपीआर को स्वीति दे दी है। चमोली गोपेश्वर मार्ग पर जिला मुख्यालय गोपेश्वर का एक बड़ा इलाका सुभाष नगर विगत कई वर्षों से भू धंसाव की जद में हैं। 2021 में इस इलाके में खासकर बरसात में लोग सर्वाधिक प्रभावित रहे हैं। दर्जनों मकानों में दरारें आ गयीं थीं और पूरा क्षेत्र भू धंसाव की जद में आ गया था। यहां के निवासियों ने भूधंसाव के ट्रीटमेंट के लिये प्रदर्शन किया और धरना भी दिया। मुख्यमंत्री से लेकर सांसद, विधायक ने प्रभावित इलाके का स्थलीय निरीक्षण भी किया। पर अब इस इलाके के भूधंसाव प्रभावित क्षेत्र के ट्रीटमेंट किए जाने के आसार बन गये हैं। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी एनके जोशी ने बताया कि भू धंसाव प्रभावित सुभाष नगर गोपेश्वर के ट्रीटमेंट के लिये 33 करोड़ रुपये की डीपीआर को मंजूरी मिल गयी है।
जोशीमठ नगर का एक बड़ा हिस्सा भी भूधंसाव की जद में हैं। 2021 से यहां के लोग विस्थापन और भूधंसाव के ट्रीटमेंट की मांग कर रहे हैं। पर अभी तक कोई स्थाई समाधान नहीं हो पाया है। भूवैज्ञानिकों ने भी जोशीमठ के एक बड़े हिस्से को भूस्खलन और भूधंसाव की दृष्टि से अत्यंत संवेदनशील बताया है। इसे मोरेन पर बसा इलाका बताया है। स्थानीय निवासी कमल रतूड़ी, अतुल सती कहते हैं दर्जनों मकानों में दरारें आयी है। इलाका भूधंसाव की जद में हैं। बरसात सामने है। खतरा और चिंता और भी बढ़ गयी है। पर अभी तक कोई कारगर कदम सरकार ने नहीं उठाये।

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