बुल्ली बाई ऐप : कोटद्वार का युवक गिरफ्तार
-मुंबई से आई पुलिस टीम ने आरोपी को उसके घर से किया गिरफ्तार
-मामले में बीते मंगलवार को रुद्रपुर की रहने वाली एक युवती को किया था गिरफ्तार
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : बुल्ली बाई ऐप मामले में मुंबई से पहुंची पुलिस टीम ने कोटद्वार के एक युवक को गिरफ्तार किया है। इसी मामले में बीते मंगलवार को ऊधमसिंह नगर के रुद्रपुर में रहने वाली एक युवती को गिरफ्तार किया गया था। मुंबई पुलिस बुधवार को आरोपी युवक को अपने साथ मुंबई ले गई।
कोतवाल विजय सिंह ने बताया कि मुंबई की पुलिस टीम देहरादून की एसटीएफ के साथ मंगलवार व बुधवार की मध्य रात्रि को कोटद्वार पहुंची और नगर निगम क्षेत्र के निंबूचौर निवासी मयंक रावत को बुल्ली बाई ऐप मामले में उसके घर से गिरफ्तार कर लिया। मयंक दिल्ली में बीएससी ऑनर्स की पढ़ाई कर रहा है। 2019 में मयंक ने दिल्ली विश्वविद्यालय में दाखिला लिया था। लॉकडाउन के समय वह कोटद्वार अपने घर आया और तब से यहीं रह रहा था। पुलिस पूछताछ में मयंक ने बताया कि वह बुल्ली बाई एप संचालित करने वाले व्यक्तियों से वर्चुअली जुड़ा हुआ था। आज तक उसकी इन लोगों से मुलाकात नहीं हुई है।
उधर, बीते मंगलवार को ऊधमसिंह नगर जनपद के रुद्रपुर से मुंबई पुलिस टीम ने बुल्ली बाई एप मामले में एक युवती को गिरफ्तार किया। पुलिस ने युवती को जिला कोर्ट में ट्रांजिट रिमांड के लिए पेश किया। इसके बाद पुलिस उसको रिमांड पर मुंबई ले गई। इससे पहले भी इसी मामले में मुंबई पुलिस ने बेंगलुरु में सिविल इंजीनियरिंग के छात्र को गिरफ्तार किया था।
क्या है बुल्ली बाई ऐप विवाद
-बुल्ली बाई लोगों को बरगलाने और वित्तीय लाभ कमाने के लिए देश भर में एक संदिग्ध समूह द्वारा विकसित एप है।
-एप को बनाने के पीछे का मकसद भारतीय महिलाओं (विशेषकर एक समुदाय) को नीलामी के लिए रखना और बदले में पैसा कमाना है।
-बुल्ली बाई एप माइक्रोसॉफ्ट के मालिकाना हक वाली ओपन सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट साइट गिटहब पर बनाया गया था।
-बुल्ली बाई ऐप जैसे मामलों में साइबर अपराधी इंटरनेट से लोकप्रिय महिलाओं, सेलेब्स, प्रभावशाली लोगों, पत्रकारों आदि की तस्वीरें लेते हैं और उनका उपयोग अपने वित्तीय लाभ के लिए करते हैं।
-ये ऑनलाइन स्कैमर्स सोशल मीडिया अकाउंट से इन महिलाओं की तस्वीरें चुराते हैं और उन्हें इस ऐप के प्लेटफॉर्म पर लिस्ट कर देते हैं।
-बुल्ली बाई ऐप में भी महिलाओं की फोटो और दूसरे पर्सनल डिटेल शामिल थे, जो उनकी सहमति के बिना बनाई गई और शेयर किए जा रहे थे।
-ट्विटर पर बुल्ली बाई एप से कई पोस्ट शेयर होने के तुरंत बाद, सरकार ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को ऐसे अपमानजनक पोस्ट को तत्काल प्रभाव से हटाने का निर्देश दिया।
उत्तराखंड की रहने वाली है बुली बाई ऐप की मास्टरमाइंड
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : देश में चर्चित बुल्ली बाई ऐप की मास्टरमाइंड उत्तराखंड की रहने वाली है। दरअसल, इसी मामले में पुलिस ने बेंगलुरु में सिविल इंजीनियरिंग के छात्र विशाल सिंह उम्र 21 वर्ष को सोमवार को गिरफ्तार किया। आरोपी से पूछताछ में ऊधमसिंह नगर के रुद्रपुर आदर्श कॉलोनी निवासी श्वेता सिंह द्वारा इस ऐप को संचालित करने की बात सामने आई। पुलिस ने छानबीन शुरू की और मंगलवार को आरोपी युवती को गिरफ्तार कर लिया। बताया जा रहा है कि इस ऐप की मास्टरमाइंड यही युवती है। उधर, पुलिस ने इस मामले में महाराष्ट्र और दिल्ली में अज्ञात आरोपियों के खिलाफ आइटीसी व आइटी एक्ट में केस दर्ज किया है।
एक साल पहले सुल्ली डील्स एप बनाकर महिलाओं को नीलामी के नाम पर अपमानित किया जा रहा था। जब यह मामला पुलिस के पास पहुंचा तो जांच शुरू हुई। मामले में अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज हुआ। इसकी भनक लगते ही आरोपियों ने बुल्ली बाई ऐप बनाया और एक आरोपी एक आपत्तिजनक ट्विटर हैंडल चलाकर कंटेंट अपलोड कर रहा था। इसके लिए अमेरिका के सेंस फ्रांसिसको के गिटहब प्लेटफार्म के जरिये एक समुदाय विशेष की महिलाओं को नीलामी करने के लिए लिस्ट किया। तस्वीरों को बिना अनुमति से लिया गया था और उनसे छेड़छाड़ की गई थी। एक महिला पत्रकार ने बुल्ली बाई ऐप पर डील आफ द डे बताकर बेची जा रही अपनी तस्वीर को शेयर किया। साथ ही ट्विटर के जरिये दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। इस पर पुलिस जांच में जुट गई थी।
गिरफ्तार महिला का नेपाल कनेक्शन
ऊधमसिंह नगर के रुद्रपुर से गिरफ्तार 18 साल की युवती के मामले में अब एक अहम खुलासा हुआ है। सूत्रों की माने तो आरोपी युवती श्वेता सिंह कथित तौर पर नेपाल में स्थित एक सोशल मीडिया के मित्र के निर्देश पर काम कर रही थी। सूत्रों के अनुसार श्वेता सिंह से मिली प्राथमिक जानकारी से पता चला है कि जियाउ नाम का एक नेपाली नागरिक ऐप पर उसे निर्देशित कर रहा था।
बुल्ली बाई का अकाउंट ब्लॉक
इंफॉर्मेशन एंड टेक्नोलॉजी मिनिस्टर अश्विनी वैष्णव ने बताया कि बुल्ली बाई के अकाउंट को ब्लॉक कर दिया गया है। इसके अलावा इसके ट्विटर अकाउंट को भी ब्लॉक कर दिया गया है। इस मामले को लेकर जांच के आदेश दिए गए हैं।