धोखाधड़ी के आरोप में चीफ बैंक मैनेजर सहित चार पर मुकदमा
हल्द्वानी। पंजाब नेशनल बैंक रेलवे बाजार के मुख्य शाखा प्रबंधक और रिकवरी एजेंट सहित चार लोगों के खिलाफ कोतवाली पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज की है। उन पर लोन जमा नहीं होने पर जब्त की गई कार के नाम पर धोखाधड़ी का आरोप है। रुद्रपुर स्थित छत्तरपुर निवासी पंकज कांडपाल ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि 30 मार्च 2023 को उनके पास पीएनबी के रिकवरी एजेंट कमल प्रकाश पहुंचे थे। उन्होंने बताया कि किच्छा निवासी प्रियंका उप्रेती कार लोन के 8,41,687 रुपये चुका नहीं पाई है। इसलिए बैंक ने उसकी महंगी कार को सीज कर लिया है। अगर वह महिला का लोन चुकता करते हैं तो कार उसके नाम ट्रांसफर करा दी जाएगी। पंकज के अनुसार उन्होंने इस मामले में मुख्य शाखा प्रबंधक उमाशंकर तिवारी से भी मुलाकात की। इसके बाद कार लोन के 8,41,687 रुपये 31 मार्च को जमा कर दिए। आरोप है कि जब तीन-चार दिन बाद गाड़ी अपने नाम ट्रांसफर कराने के लिए बैंक पहुंचे तो पता चला कि कार पूर्व में ही बेची जा चुकी है। पीड़ित ने मुख्य शाखा प्रबंधक उमाशंकर तिवारी, रिकवरी एजेंट कमल प्रकाश, प्रियंका उप्रेती और बैंक सह कर्मचारी सूरज बिनवाल के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। कोतवाल हरेंद्र चौधरी ने बताया कि मामले में केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।
‘बैंक जिम्मेदार नहीं
वहीं इस मामले में बैंक के मुख्य शाखा प्रबंधक उमाशंकर तिवारी ने बताया कि बैंक ने अपनी ओर से पूरी प्रक्रिया के तहत लोन जमा कराया है। कागजी कार्रवाई भी पूरी की है। कार अगर नीलामी में बिकी होती तब बैंक की जिम्मेदारी होती, लेकिन कार दोनों पक्षों के समझौते के तहत बेची गई है। इसलिए मामले में बैंक जिम्मेदार नहीं है।