धूमधाम से मनाया स्वामी रामतीर्थ का स्थापना दिवस
नई टिहरी। केंद्रीय विश्वविद्यालय परिसर बादशाहीथौल वेदांग मूर्ति स्वामी रामतीर्थ का स्थापना दिवस धूमधाम से मनाया गया। इस मौके पर वक्ताओं ने स्वामी रामतीर्थ पर अपने विचार रखे। कार्यक्रम में एनएसएस के छात्र-छात्राओं ने विभिन्न नाटक, भाषण, कविता पाठ आदि के माध्यम से स्वामी रामतीर्थ के जीवन पर प्रकाश डाला। सोमवार को स्वामी रामतीर्थ परिसर बादशाहीथौल में आयोजित स्वामी रामतीर्थ स्थापना दिवस का शुभारंभ परिसर निदेशक प्रो़ एए बौड़ाई व मुख्य अतिथि ठाकुर भवानी प्रताप सिंह ने किया। इस मौके पर प्रो़ बौड़ाई ने कहा कि सभी छात्रों को स्वामी रामतीर्थ के जीवन से सीख लेने की आवश्यकता है। जिस तरह से उन्होंने पढ़ाई पर अपना ध्यान केंद्रित रखा और देश में ही नहीं विदेशों में भी वेदांत और आध्यात्मिक ज्ञान का विस्तार किया, उसी प्रकार से छात्र भी निरंतर अपने जीवन को आनंदमय और भविष्य को संवारने के लिए स्वयं अध्ययन अनिवार्य रूप से करें। मुख्य अतिथि ठाकुर भवानी प्रताप सिंह ने छात्र-छात्राओं को स्वामी रामतीर्थ के जीवन से संबंधित घटनाओं से छात्र-छात्राओं को अवगत कराया। कहा कि किस तरह से स्वामी रामतीर्थ ने गणित हो या फिर वेदांगों का अध्ययन-अध्यापन का कार्य कर पूरे देश और दुनिया में उन्होंने उसका प्रचार प्रसार किया और पश्चिमी देशों में भी वेदांत का ज्ञान आत्मसात लोगों को करवाया। अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो़ एमएस नेगी व गणित विभागाध्यक्ष प्रो़क केएस रावत ने छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए स्वामी रामतीर्थ की जीवन वृत्त एवं उनकी जीवन से संबंधित घटनाओं को छात्रों के सम्मुख प्रस्तुत किया। इस मौके पर एनएसएस छात्र-छात्राओं ने भाषण, नाटक के माध्यम से स्वामी रामतीर्थ के जीवन पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम में कार्यक्रम अधिकारी ड़ एलआर डंगवाल, हंसराज बिष्ट, राकेश कोठारी, कमलेश्वर चमोली, विनोद चमोली, आरती चौहान, आस्था कुमार, अनीसा, शिवानी, काजल, आयुष, अमीषा ,शिवानी, ईशा, सलोनी गैरोला, शुभम उनियाल, आस्था कुमार, मनीषा, अंकित, रविंदर, विजया, गौतम, आकाश नौटियाल आदि मौजूद रहे।