उत्तराखंड

30 मानसिक दिव्यांओं के बने प्रमाण-पत्र

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बागेश्वर। तहसील के दूरस्थ्य गांव के मानसिक दिव्यांग लंबे समय से प्रमाण पत्र के लिए संघर्ष कर रहे थे, लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिल पा रही थी। जिला विधिक प्राधिकरण ने कर्मी में बहुद्देशीय शिविर का आयोजन किया। इसमें 30 मानसिक दिव्यांगों के प्रमाण पत्र बने। अब उन्हें सरकारी योजनाओं का भी लाभ मिलने लगेगा। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण ने सुशीला तिवारी अस्पताल हल्द्वानी तथा राजकीय जिला अस्पताल अल्मोड़ा से मानसिक रोगों से सम्बन्धित चिकित्सक शिविर में बुलाए। सालों से जहां कपकोट में मानसिक रोगों से संबंधित प्रमाण पत्र नही बन पा रहे थे वहां लोगों को इसका लाभ मिला। शिविर में आयुर्वेदिक विभाग द्वारा 61 तथा स्वास्थ्य विभाग द्वारा 55 लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया।आधार कार्ड विभाग द्वारा 12 लोगों का आधार कार्ड संशोधित किया गया, जबकि एक व्यक्ति का नया आधार कार्ड भी बनाया। समाज कल्याण विभाग द्वारा चार लोगों को तिम उपकरण ह्वली चीयर, बैसाखी, छड़ी, वितरित किए। इसके अलावा चार लोगों का दिव्यांग, दो लोगों का विधवा पेंशन, एक परित्याकता पेंशन बनाया गया, उद्यान विभाग द्वारा 17 लोगों का बीज वितरित किए।, पशुपालन विभाग द्वारा 35 लोगां का दवाईया वितरित की। षि विभाग द्वारा 25 लोगों का षि उपकरण एवं बीज बांटे। प्राधिकरण के सचिव जयेंद्र सिंह ने जिला विधिक सेवा के क्रियाकलापों के बारे में, राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण अधिनियम 1987, नालसा, सालसा, डालसा एवं टालसा के बारे में बताया। नशे से होने वाले नुकसान, बाल विवाह कानून की जानकारी दी। अध्यक्षता सीजेएम गुंजन सिंह तथा संचालन गोविंद बल्लभ उपाध्याय, जिला शासकीय अधिवक्ता ने किया। हेम चंद्र तिवारी, जिला समाज कल्याण अधिकारी विभागीय जानकारी दी। शिविर में नीरज कुमार, सीनियर सिविल जज, पुनित कुमार, सिविल जज जूनियर डिविजन, जैनब सिविल जज, न्यायिक मजिस्ट्रेट गरुड़, दयाष्ण कांडपाल, जिला शासकीय अधिवक्ता, गोविंद सिंह भंडारी वरिष्ठ अधिवक्ता, विनोद भट्ट, अध्यक्ष बार एसोसिएशन आदि मौजूद रहे।

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