उत्तराखंड

नैनीताल स्थित नैना देवी मंदिर पहुंची छड़ी यात्रा

Spread the love
Backup_of_Backup_of_add

हरिद्वार । श्री पंच दशनाम जूना अखाड़े की पवित्र छड़ी नैनीताल स्थित माता नैना देवी के दर्शनों के लिए पहुंची। नैनीताल पहुंचने पर तहसीलदार नवाजिश, नायब तहसीलदार नंदन सिंह नेगी, पटवारी अमित शाह, पटवारी सुरेश सेमवाल, कोतवाल प्रताप सिंह, सीओ विभा दीक्षित ने प्रशासन की ओर से पवित्र छड़ी का स्वागत किया। पवित्र छड़ी नगर भ्रमण के पश्चात नैना देवी मंदिर पहुंची। भ्रमण के दौरान भारी संख्या में स्थानीय नागरिकों के साथ-साथ पर्यटकों ने भी छड़ी का स्वागत कर संतों का आशीर्वाद प्राप्त किया। नैना देवी मंदिर में पूजा अर्चना के पश्चात रात्रि विश्राम के लिए छड़ी गोठिया स्थित पायलट बाबा के आश्रम पहुंची। मंगलवार को प्रात: पवित्र छड़ी को आश्रम के संचालक श्रीमहंत सिद्घार्थ गिरि एवं श्री महंत मंगलगिरी ने छड़ी की पूजा अर्चना कर पूर्णागिरि माता के दर्शनों के लिए रवाना किया। छड़ी प्रमुख श्रीमहंत प्रेम गिरि महाराज के नेतृत्व में श्रीमहंत शिवदत्त गिरी, श्रीमहंत बिशंबर भारती, थानापति राजगिरी, महंत राजेंद्र गिरी, महंत मीठा गिरी, महंत केशवगिरी, महंत आदित्य गिरि, महंत केशवगिरी, महंत पशुपति गिरी, तूफान गिरि, महंत रतन गिरी, महंत पुजारी वशिष्ट गिरी, महंत कुश पुरी आदि साधुओं के जत्थे के साथ पवित्र छड़ी टनकपुर पहुँची। टनकपुर पहुंचने पर एसडीएम हिमांशु कपलथिया, तहसीलदार पिंकी आर्य, अमित जोशी ने प्रशासन की ओर से छड़ी का स्वागत किया और नगर भ्रमण कराते हुए माता पूर्णागिरि के दर्शनों हेतु मंदिर पहुंचे। ज्ञात रहे माता पूर्णागिरि पौराणिक सिद्घ पीठ है जहां माता सती की नाभि गिरी थी। पूर्णागिरि माता जूना अखाड़े की इष्ट देवी हैं। पूर्णागिरि माता मंदिर पहुंचने पर मंदिर समिति के अध्यक्ष भुवन चंद्र पांडे, सचिन, गिरीश पांडे तथा तथा तीर्थ पुरोहितों ने पवित्र छड़ी की पूजा अर्चना की व गर्भगृह में प्रवेश कराकर पवित्र छड़ी की पूजा अर्चना कर माता का आशीर्वाद प्रदान किया। पवित्र छड़ी उत्तराखंड के सीमांत क्षेत्र पिथौरागढ़ के लिए रवाना होगी। इस दौरान पवित्र छड़ी के धारचूला नारायण आश्रम, पाताल भुवनेश्वर, हट काली, हंस ईश्वर महादेव, जलेश्वर महादेव, गोलज्यू, हिंगलाज देवी आदि के दर्शनों के लिए प्रस्थान करेगी।

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!