सामूहिक प्रयास से सुगम होगी चारधाम यात्रा: मुख्य सचिव
ऋषिकेश। मुख्य सचिव राधा रतूड़ी मंगलवार को चारधाम यात्रा व्यवस्थाओं का जायजा लेने ऋषिकेश पहुंची। उन्होंने कहा कि चारधाम यात्रा में व्यवस्थाओं को बेहतर और सुगम बनाने में सामूहिक प्रयास की जरूरत है। टेक्नॉलजी की मदद से चारधाम यात्रा का सुव्यवस्थित प्रबन्धन तथा स्थायी समाधान किया जाएगा। मुख्य सचिव ने आईटी कंसलटेंसी कंपनी तथा चारधाम यात्रा से जुड़े सभी स्टेकहोल्डर्स की मदद से फूलप्रूफ ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन व्यवस्था विकसित करने के निर्देश दिए। मंगलवार को यात्रा ट्रांजिट कैंप में चारधाम यात्रा के साथ ही प्रदेश के सभी धार्मिक स्थलों पर आने वाले श्रद्धालुओं के लिए एक फूलप्रूफ ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की स्थायी व्यवस्था विकसित करने हेतु मुख्य सचिव ने प्रतिष्ठित आईटी कंसलटेंसी कंपनी की सहायता लेने के निर्देश चारधाम यात्रा प्रबन्धन अधिकारियों को दिए हैं। सीएस ने स्पष्ट किया है कि चारधाम यात्रा के सुव्यवस्थित प्रबन्धन तथा स्थायी समाधान में टेक्नोलॉजी ही सबसे अधिक सहायता कर सकती है। उन्होंने जल्द इस आईटी कंसलटेंसी कंपनी के साथ, चारधाम यात्रा से जुड़े सभी हितधारकों जिनमें होटल व्यवसायी, टूर ऑपरेटर्स, पर्यटन से जुड़े लोग तथा प्रशासनिक अधिकारियों की मदद से यह रजिस्ट्रेशन व्यवस्था विकसित करने के निर्देश दिए हैं। चारधाम यात्रा में फील्ड पर काम कर रहे अधिकारियों को यात्रा प्रबंधन में सबसे महत्वपूर्ण कड़ी मानते हुए मुख्य सचिव ने यात्रा रजिस्ट्रेशन ऑफिस तथा ट्रांजिट कैंप पहुंचकर सभी अधिकारियों विशेषकर फील्ड पर कार्य करने वाले कनिष्ठ अधिकारियों से यात्रा प्रबंधन हेतु बनने वाली एसओपी के लिए सुझाव मांगे। उन्होंने कहा कि चारधाम यात्रा प्रबंधन से जुड़े सभी अधिकारियों विशेषरूप से फील्ड अधिकारियों के कुशल प्रबंधन से राज्य में चारधाम यात्रा शुरू होने पर कुछ चुनौतियों के बाद पुनः सुचारू, सुव्यवस्थित एवं सफलतापूर्वक संचालित की जा रही है। वर्तमान में ऋषिकेश और हरिद्वार के होल्डिंग प्वाइंट में लगभग 3000 श्रद्धालु मौजूद हैं, जिन्हें धामों में भेजा जा रहा है। चारधाम से सभी श्रद्धालु यात्रा के पश्चात सकुशल वापस लौट रहे हैं। इसलिए हरिद्वार से ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन पुनः आरम्भ किया जा रहा है। भविष्य में श्रद्धालुओं की निरन्तर बढ़ती संख्या के समाधान हेतु मुख्य सचिव ने चारधाम यात्रा से संबंधित जनपदों के जिलाधिकारियों को नए ठहराव स्थलों को चिहिन्त कर वहां पर पार्किंग स्थल विकसित करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि इसके लिए जल्द ही धनराशि भी जारी कर दी जाएगी। यात्रा मार्ग पर वाहनों की कैरिंग कैपिसिटी व पार्किंग स्थलों का सही आंकलन जल्द बनाने के भी निर्देश दिए हैं। ट्रिप कार्ड व्यवस्था का भी कड़ाई से पालन के निर्देश दिए हैं। उन्होंने भविष्य में चारधाम यात्रा के सफल संचालन हेतु नेशनल टूर ऑपरेटर्स का भी सहयोग लेने को कहा। सीएस ने देश के अन्य राज्यों के ऐसे जिले जहां से सबसे अधिक यात्री चारधाम पर आते हैं, उनके जिलाधिकारियों एवं जिला प्रशासन से भी समन्वय एवं संवाद के निर्देश दिए हैं। इस दौरान आयुक्त गढ़वाल विनय शंकर पाण्डेय, आईजी गढ़वाल करण सिंह नगन्याल, जिलाधिकारी देहरादून सोनिका, डीएम टिहरी मयूर दीक्षित, अपर आयुक्त नरेंद्र सिंह क्वीरियाल, एसपी देहात लोकजीत सिंह, एडीएम टिहरी केके मिश्रा, नगर आयुक्त शैलेंद्र सिंह नेगी, एसडीएम कुमकुम जोशी, सीओ संदीप नेगी, कोतवाल शंकर सिंह बिष्ट आदि मौजूद रहे।