कोटद्वार-पौड़ी

वन विकास निगम के छंटनीशुदा कर्मचारियों ने बैक डोर से नियुक्ति करने का लगाया आरोप

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जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। वन विकास निगम के छंटनीशुदा कर्मचारियों ने आरोप लगाते हुए कहा कि वन विकास निगम में बैक डोर से नियुक्तियां की जा रही है। जबकि नियमानुसार पहले छंटनीशुदा कर्मचारियों की नियुक्ति की जानी चाहिए। उन्होंने क्षेत्रीय प्रबंधक उत्तराखण्ड वन विकास निगम गढ़वाल क्षेत्र कोटद्वार को ज्ञापन भेजकर बैक डोर से होने वाली नियुक्तियों व सेवानिवृत्त और नई भर्ती की विज्ञप्ति द्वारा होने वाली नियुक्तियों को बंद कर छटनीशुदा कर्मचारियों को कार्य पर रखने की मांग की। छंटनीशुदा कर्मचारियों ने कहा कि मांग पर जल्द ही कार्यवाही न होने पर उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होगें।
हिंदू पंचायती धर्मशाला में आयोजित बैठक में वक्ताओं ने कहा कि वर्ष 1995 में तत्कालीन उत्तर प्रदेश वन निगम गढ़वाल क्षेत्र से 582 दैनिक कर्मचारियों को कार्य की कमी बताकर छंटनी कर दी गई थी। छंटनी के पश्चात कई कनिष्ठ छंटनीशुदा कर्मचारियों को कार्य पर लगाया गया है। छंटनीशुदा 582 कर्मचारियों में से 235 दैनिक स्केलर व चौकीदारों को उत्तर प्रदेश वन निगम द्वारा कार्य पर लिया गया है। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड वन विकास द्वारा उपनल, आउटसोर्स के माध्यम से नये कर्मचारी पर रखा गया है, जबकि छंटनीशुदा कर्मचारियों की आयु भी कार्य करने की है। वक्ताओं ने कहा कि 31 मार्च 1995 व 31 मई 1995 के छंटनी आदेश में स्पष्ट लिखा गया है कि कार्य आने पर छंटनीशुदा कर्मचारियों को कार्य पर रखा जायेगा, लेकिन वन निगम प्रशासन द्वारा अपने चहेतों की बैक डोर से नई नियुक्तियां व सेवानिवृत्त कर्मचारियों को कार्य पर रखा गया है। अब नई भर्ती की विज्ञप्ति जारी कर दी गई है। छंटनीशुदा वन निगम कर्मचारियों के लिए उत्तराखण्ड विधानसभा द्वारा गठित समिति ने 22 नवंबर 2001 को सदन में प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। तत्कालीन विधानसभा अध्यक्ष प्रकाश पंत द्वारा गठित समिति के सभापति राम सिंह सैनी ने छंटनीशुदा कर्मचारियों की आयु को दृष्टिगत रखते हुए उन्हें नवगठित उत्तरांचल राज्य में वन विकास निगम के रिक्त पदों एवं भविष्य में सृजित किये जाने वाले श्रेणी तीन व चार के पदों पर सर्वप्रथम छंटनीशुदा कर्मचारियों के समायोजित किये जाने की संस्तुति की थी। बैठक में वीरेंद्र थलेड़ी, गुलाब सिंह रावत, सोवन सिंह नेगी, श्रीधर तिवारी, मदन सिंह रावत, हेमंत चौधरी, भूपाल सिंह रावत, वीरेंद्र थलेड़ी, अनूप भट्ट आदि मौजूद थे।

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