छतीना के जंगल धधके
बागेश्वर। जिला मुख्यालय से लगा छतीना का जंगल सोमवार की रात से धधक रहे हैं। इस बार जंगल से चीड़ के पत्ते नहीं उठाए जाने से आग का खतरा लगातार बना हुआ है। इधर बेमौसम जंगलों में आग लगने पर लोगों ने नाराजगी जताई है। अमूमन फायर सीजन में ही जंगलों में आग लगती है।
इस बार कोरोना के अलावा गर्मियों में बारिश होने से जंगलों में आग कम लगी। इस कारण पिरूल भी जंगलों में ही अभी तक पड़ा है। इस कारण बारिश का सीजन खत्म होते ही जंगल आग से धधकने लगे हैं। विभाग भी आग के प्रति लापरवाह हो गया है। इस कारण जिला मुख्यालय से लगा छतीना का जंगल सोमवार की रात से जल रहे हैं। लोगों ने वन विभाग से आग पर काबू पाने की मांग की है। इधर डीएफओ बीएस शाही का कहना है कि कर्मचारियों को भेजकर आग पर काबू पा लिया है। लोगों से भी जंगल में आग नहीं लगाने की अपील की है।