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चिटफंड नॉन बैंकिंग फाइनेंस कंपनी घोटाले का मुख्य आरोपी गिरफ्तार

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चम्पावत। पुलिस ने चिटफंड नॉन बैंकिंग फाइनेंस कंपनी घोटाले के मुख्य सरगना प्रदीप कुमार अस्थाना को लखनऊ, उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार कर लिया है। पूछताछ के बाद कोर्ट में पेश कर आरोपित को जेल भेज दिया गया है। पुलिस को आशंका है कि आरोपित ने उत्तराखंड और उप्र में करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी को अंजाम दिया होगा। मुख्य सरगना की गिरफ्तारी से घोटाले से जुड़े और कई राज खुल सकते हैं। एसपी लोकेश्वर सिंह ने बताया कि नॉन बैंकिग फाइनेंस से संबंधित अल्मोड़ा में चार, पिथौरागढ़ में छह, बागेश्वर में आठ एवं चम्पावत में तीन अभियोग समेत कुल 21 मामले दर्ज हैं। उन्होंने बताया कि चम्पावत पुलिस द्वारा उक्त घोटाले के मुख्य सरगना की धरपकड़ के लिए सर्विलांस सैल को निगरानी पर लगाया गया था। सरगना के संबंध में जानकारी हेतु अन्य जनपदों व प्रदेशों से संपर्क साधा गया। घोटाले के मुख्य सरगना की पहचान प्रदीप कुमार अस्थाना (उम्र 56 वर्ष) पुत्र कैलाश नाथ, निवासी नई गंज, सदर कोतवाली जौनपुर उत्तर प्रदेश, हाल निवासी शाही सदन, बी-17 सेक्टर जे, थाना अलीगंज लखनऊ, उत्तर प्रदेश के रूप में की गई। रीठासाहिब के थानाध्यक्ष दीवान सिंह जलाल व उपनिरीक्षक तेज कुमार, थाना टनकपुर के नेतृत्व में दो पुलिस टीमों का गठन कर आरोपित की गिरफ्तारी को भेजा गया। पुलिस ने शनिवार को मुख्य सरगना प्रदीप कुमार अस्थाना को थाना विभूति खंड, लखनऊ उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार कर लिया। एसपी ने बताया कि प्रारंभिक जांच में आरोपित के खिलाफ उत्तराखंड एवं उत्तर प्रदेश में करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी के लगभग 30 से 40 मुकदमे पंजीकृत होना प्रकाश में आया है। बता दें कि पिथौरागढ़, बागेश्वर, अल्मोड़ा एवं चम्पावत जिले में नॉन बैंकिग फाइनेंस कम्पनी संबंधी अभियोगों की विवेचनाओं में तेजी लाने और वांछितों को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस महानिरीक्षक कुमाऊं परिक्षेत्र अजय रौतेला के निर्देश पर दो टीमों का गठन किया गया है। दोनों टीमों का पर्यवेक्षण अधिकारी चम्पावत के एसपी लोकेश्वर सिंह को नियुक्त किया गया है।

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