चौंदकोट महोत्सव : पहाड़ की संस्कृति देख आमजन हुए मंत्रमुग्ध
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : लुप्त हो रही हिमालय की सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण, संवर्धन एवं विकास के लिए लोक संस्कृति की धरोहर मुनाल सांस्कृतिक मंच लखनऊ की ओर से संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार के सौजन्य से दो दिवसीय चौंदकोट महोत्सव का आयोजन किया गया। इस दौरान आयोजित हुए विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
मालवीय उद्यान में आयोजित कार्यक्रम में लोक संस्कृति के संरक्षण में प्रयासरत फिल्म और रंगकर्म के क्षेत्र में बृजेंद्र चौधरी, नाटक कर्मी ओमप्रकाश कपटियाल, लोक कला के क्षेत्र में चंदन सिंह बिष्ट, समाज सेवा के क्षेत्र में भाग सिंह रावत व चिकित्सा के लिए दंत चिकित्सक डॉक्टर प्रदीप रावत को बतौर मुख्य अतिथि पूर्व मंत्री सुरेंद्र सिंह नेगी व महापौर हेमलता नेगी ने अंग वस्त्र, प्रतीक चिह्न व प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया। इससे पूर्व कार्यक्रम संयोजक विक्रम बिष्ट ने सभी अतिथियों का पौधे अर्पित कर किया। इस मौके पर गढ़वाल की संस्कृति से जुड़े लोक गायन व नृत्य ने आमजन को झूमने पर मजबूर कर दिया। संस्कृति विभाग उत्तराखंड कोटद्वार के क्षेत्रीय सांस्कृतिक दल मंसार लोक कला सांस्कृतिक समिति ने राकेंद्र रौथान के निर्देशन में गढ़वाल के पारंपरिक लोक नृत्य चौफुला, घसियारी, पथरोल, बादी बदिन, चाचरी, बाजूबंद, झूमेलो, जीजा साली आदि नृत्य को प्रस्तुत किया। गायन में शिवांगी घिल्डियाल ने सुंदर प्रस्तुति दी। इस अवसर पर कुलदीप रावत, सुनील भंडारी, मोहम्मद काशिफ, बसंत घिल्डियाल आदि मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन सुषमा जखमोला ने किया।