उत्तराखंड

एसएसबी के स्थापना दिवस पर रंगारंग कार्यक्रमों की धूम

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पिथौरागढ़। एसएसबी में 13वां स्थापना दिवस धूमधाम से मनाया। इस दौरान सांस्तिक कार्यक्रम, बलीबाल व रस्सा-कस्सी खेलकूद प्रतियोगिताओं का आयोजन हुआ। 55वीं वाहिनी एसएसबी पिथौरागढ़ में 13वां स्थापना दिवस धूमधाम से मनाया गया। शनिवार को मुख्य अतिथि उपमहानिरीक्षक डीएन भोम्बे ने जवानों को स्थापना दिवस की शुभकामनाएं दीं। कार्यवाहक कमांडेट अजय पाण्डेय ने कहा कि सशस्त्र सीमा बल अपने ध्येय वाक्य सेवा सुरक्षा और बंधुत्व के मुताबिक लोगों की सुरक्षा और सेवा कर रहा है। सशस्त्र सीमा बल मूल रूप से 1962 में भारत-चीन युद्घ के बाद 20 दिसंबर 1963 को स्पेशल सर्विस ब्यूरो के नाम से स्थापित किया गया था। कारगिल युद्घ के बाद एसएसबी के कार्य क्षेत्र एवं भूमिका में परिवर्तन कर इसे वर्ष 2001 में गृह मंत्रालय के अधीन किया गया।
सीमा रक्षक बल बनाकर 1751 किलोमीटर लंबी भारत-नेपाल सीमा पर तथा सन 2004 में 699 किलोमीटर लंबी भारत भूटान सीमा पर देश की रक्षा का दायित्व सौंपा गया। भारत सरकार ने सन 2004 में बल का नाम बदलकर सशस्त्र सीमा बल कर दिया। इस दौरान नन्हें बच्चों ने कुमाऊंनी, देशभक्ति, हरियाणवी, बंगाली,कव्वाली, नेपाली, गढ़वाली शिव तांडव, मराठी संस्ति पर आधारित कार्यक्रम पेश किए। कार्यक्रम के समापन पर प्रतियोगिताओं में अव्वल रहे छात्र-छात्राओं व जवानों को सम्मानित किया गया।
ये रहे शामिल- द्वितीय कमान अधिकारी मनोज कुमार राम, उप कमांडेट बागेन्द्र कुमार यादव, प्रशांत कुमार मिश्रा, समीर राणा, निरीक्षक यशपाल शर्मा, राजेंद्र सिंह,सहायक उपनिरीक्षक महिपाल सिंह कंडारी, राजा राम, राजेश्वरी, महेंद्र सिंह बोरा, कमला आर्या, रेखा जोशी आदि मौजूद रहे।

 

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