कांग्रेसियों ने फूंका विधानसभा अध्यक्ष का पुतला
अपने स्टाफ में बाहरी प्रदेश के युवाओं को नियुक्त करने का विरोध
जयन्त प्रतिनिधि।
अपने स्टाफ में बाहरी युवाओं को नियुक्त करने के विरोध में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने विधानसभा अध्यक्ष का पुतला दहन किया। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने प्रदेश में बिगड़ रही कानून व्यवस्था पर भी रोष व्यक्त किया। कार्यकर्ताओं ने राज्यपाल से अंकिता भंडारी हत्याकांड की सीबीआई जांच करवाने की भी मांग उठाई।
शनिवार को कार्यकर्ता तहसील तिराहे में एकत्रित हुए। नगर अध्यक्ष संजय मित्तल ने कहा कि भाजपा सरकार के कार्यकाल में प्रदेश की कानून व्यवस्था ध्वस्त हो गई है। अंकिता भंडारी हत्याकांड इस बात का प्रमाण है। महिलाएं अब कहीं भी सुरक्षित नहीं रह गई हैं। वहीं प्रदेश विधान सभा अध्यक्ष ने अपने स्टाफ में स्थानीय व्यक्तियों के स्थान पर बाहरी व्यक्तियों की नियुक्तियां की गई हैं। इस बात से प्रदेश का युवा वर्ग आहत है। प्रत्येक सरकारी विभाग में भ्रष्टाचार व भाई भतीजावाद के कारण स्थानीय युवा सरकारी नौकरी से वंचित है जिसकी कांग्रेस निंदा करती है। तत्पश्चात कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी करते हुए पुतले को आग के हवाले कर दिया। पुतला दहन करने वालों में जिलाध्यक्ष महावीर सिंह रावत, जिला उपाध्यक्ष धीरेंद्र बिष्ट, बृजपाल सिंह नेगी, सुदर्शन रावत, मनीष चौहान, विजय नारायण, रजनीश उप्पल, आशुतोष वर्मा, प्रवेश रावत, कविता भारती, सूरज कांती और विजय माहेश्वरी आदि थे।