उत्तराखंड

निगम कर्मचारियों ने दूसरे दिन भी काला फीता बांध किया विरोध प्रदर्शन

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हरिद्वार। नगर निगम के कर्मचारियों ने अपनी आठ सूत्रीय मांगों को लेकर मोर्चा खोल दिया है। निगम में दूसरे दिन भी कर्मचारियों ने काला फीता बांधकर विरोध प्रदर्शन किया। साथ ही अगले चरण में आंदोलन करने की तैयारी शुरू कर दी है। जल्द मांगें पूरी न होने पर उग्र आंदोलन की राह अपनाने की चेतावनी दी है।
मंगलवार को नगर निकाय कर्मचारी महासंघ के बैनर तले कर्मचारियों ने काला फीता बांधकर निगम परिसर में विरोध प्रदर्शन किया। शाखा उपाध्यक्ष अखिलेश शर्मा और आदेश यादव कहा कि 23 जून को शहरी विकास विभाग सचिव को मांग पत्र दिया गया था। लेकिन अभी तक कर्मचारियों की मांगों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है। इससे नाराज होकर कर्मचारियों ने छह से आठ सितंबर तक काला फीता बांधकर विरोध प्रदर्शन करने का निर्णय लिया था। 9 से 10 सितंबर तक गेट मीटिंग कर धरना प्रदर्शन किया जाएगा। 13 सितंबर को सामूहिक अवकाश और 16 से 18 सितम्बर तक क्रमिक धरना-प्रदर्शन करने के साथ ही 20 से अनिश्चितकालीन हड़ताल की जाएगी। शाखा मंत्री इंद्र सिंह रावत ने कहा कि निकाय कर्मचारी सामूहिक जीवन बीमा की सुविधा वर्ष 2014 से आच्छादित न होने के कारण परिवारों को समूहिक जीवन बीमा का लाभ नहीं मिल रहा है। निकायों के राजस्व, सफाई निरीक्षक की अंतिम सूची वर्तमान तक भी जारी नहीं हो पाई है। राज्य कर्मचारियों को दिए जाने वाले सभी भत्तों का शासनादेश निकाय कर्मचारियों को भी एक साथ जारी नहीं किया गया है। राज्य कर्मचारियों की भांति निकाय कर्मचारियों को भी स्वास्थ्य योजना का लाभ, राज्य कर्मचारियों की भांति निकाय कर्मचारियों को भी आईएफएमएस पोर्टल (ट्रेजरी) के माध्यम से वेतन का भुगतान, निकायों में रिक्त होने वाले पदों पर स्वीकृत ढांचे के अनुसार कर्मचारियों की नियमित नियुक्ति करने आदि मांगों को जल्द पूरा किया जाए। प्रदर्शन करने वालों में राम अवतार, पवन राणा, ओमप्रकाश मौर्य, मनोहर, गौहर अंसारी, सलामत अली, चमन अली, सुनीत कुमार, चमन, देशराज राठौर, शिव शंकर गिरी, सुभाष चंद सैनी, मकतूम, रामपाल सिहं,ललित अरोड़ा, दिनेश चंद्र कांडपाल, सोनू, सकलानन्द मनोडी, संजीव, विक्रम, लक्ष्मीचंद, मेहराज, प्रवीण कुमार, नंदन सिंह रावत, राजीव शर्मा, अमित झा, रजनीश आदि शामिल रहे।

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