कोविड-19 ने स्वास्थ्य क्षेत्र में आपसी सहयोग की जरूरत को किया उजागर, भारत ने दिखाई अपनी प्रतिबद्धता: मोदी
नई दिल्ली, एजेंसी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को विश्व स्वास्थ्य संगठन को 75 वर्ष पूरे होने पर बधाई दी। उन्होंने 76वीं विश्व स्वास्थ्य सभा के मौके पर स्वास्थ्य क्षेत्र में आपसी सहयोग की जरूरत पर जोर दिया।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि मैं डब्ल्यूएचओ को मानवता की सेवा में 75 साल पूरे करने के एतिहासिक मौके पर बधाई देता हूं। मुझे यकीन है कि डब्ल्यूएचओ अगले 25 वर्षों के लिए लक्ष्य निर्धारित कर रहा होगा जब वह सेवा के 100 साल तक पहुंच जाएगा।
उन्होंने कहा कि संकट के समय भारत ने अंतरराष्ट्रीय सहयोग के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दिखाई। हमने 100 से अधिक देशों को लगभग 300 मिलियन खुराकें भेजीं। इनमें से कई देश ग्लोबल साउथ से थे।
इस बीच, प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि मुझे खुशी है कि डब्ल्यूएचओ का पहला वैश्विक पारंपरिक चिकित्सा केंद्र भारत में स्थापित किया जा रहा है। मुझे इस बात की भी खुशी है कि दुनिया मिलेट्स के अंतरराष्ट्रीय वर्ष के माध्यम से बाजरा के महत्व को पहचान रही है।
उन्होंने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में भारत ने स्वास्थ्य सेवा की उपलब्धता, पहुंच और सामथ्र्य पर काम किया है। चाहे वह दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य बीमा योजना हो, आयुष्मान भारत हो, या स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे में भारी उछाल हो, या फिर लाखों परिवारों को स्वच्छता और पेयजल उपलब्ध कराने का अधिकार हो।
उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री मोदी तीन देशों की आधिकारिक यात्रा पर हैं। रविवार को प्रधानमंत्री मोदी अपनी यात्रा के दूसरे चरण में पापुआ न्यू गिनी पहुंचे, जहां पर वहां के प्रधानमंत्री जेम्स मारापे ने उनका गर्मजोशी के साथ स्वागत किया और उनके पैर छूकर आशीर्वाद लिया।