कोविड की मार, जून तिमाही में आर्थिक विकास दर (-) 23़ 9 फीसद पर
नई दिल्ली, एजेंसी। सरकार ने मौजूदा वित्त वर्ष की पहली तिमाही के जीडीपी के आंकड़े जारी कर दिये हैं। आंकड़ों के अनुसार, मौजूदा वित्त वर्ष यानी 2020-21 की पहली तिमाही में जीडीपी में 23़9 फीसद की नेगेटिव ग्रोथ दर्ज की गई है। जीडीपी के आंकड़ों में यह गिरावट इसलिए है, क्योंकि मौजूदा वित्त वर्ष की पहली तिमाही में कोरोना वायरस महामारी और लकडाउन के चलते औद्योगिक गतिविधियां बुरी तरह प्रभावित रही थीं। कड़े देशव्यापी लकडाउन के दौरान तो सिर्फ आवश्यक सामानों और आवश्यक सेवाओं को छोड़कर सभी आर्थिक गतिविधियां ठप रहीं।
गौरतलब है कि सरकार ने कोरोना वायरस संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए 25 मार्च से देशव्यापी लकडाउन लागू किया था। इसके बाद केंद्र सरकार ने 20 अप्रैल से विभिन्न आर्थिक गतिविधियों के लिए धीरे-धीरे लकडाउन में ढील देना शुरू किया था।देश में साल 1996 में जीडीपी के तिमाही आंकड़े जारी होना शुरू हुए थे। तब से लेकर अब तक यह देश की जीडीपी में सबसे बड़ी गिरावट है। साथ ही यह एशिया की प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में सेभी सबसे अधिक गिरावट है।
राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, पिछले वित्त वर्ष अर्थात 2019-20 की समान तिमाही में जीडीपी में 5़2 फीसद का विस्तार दर्ज किया गया था।कई रेटिंग एजेंसियों ने देश की जीडीपी में वित्त वर्ष 2020-21 की पहली तिमाही के लिए नेगेटिव ग्रोथ का अनुमान लगाया था। वहीं, चीन की अर्थव्यवस्था की बात करें, तो साल 2020 की जनवरी से मार्च तिमाही में 6़8 फीसद की गिरावट के बाद इसमें अप्रैल से जून तिमाही में 3़2 फीसद की ग्रोथ दर्ज हुई है।