राजकीय प्रथमिक विद्यालय चाई के भवन में घुसा मलबा व पानी, दस्तावेज हुए खराब
क्षेत्र में हो रही भारी बारिश से विद्यालय में आया सड़क का मलबा
गांव में मंदिर व धर्मशाला में पढ़ने को मजबूर हो रहे हैं सैकड़ों विद्यार्थी
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : भारी बारिश एवं भूस्खलन के कारण जयहरीखाल ब्लॉक के ग्राम चाई में स्थित राजकीय प्राथमिक विद्यालय का भवन पूरी तरह मलबे से भर गया। जिसके चलते यहां अध्ययनरत छात्र-छात्राएं मंदिर व धर्मशाला में पढ़ने को मजबूर हो रहे हैं। ग्रामीणों ने शासन-प्रशासन से जल्द व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने की मांग की है।
कुछ दिन पूर्व हुए वर्षा के कारण विकासखंड जयहरीखाल की मधुगंगा घाटी में व्यापक क्षति हुई। बरसाती गदेरे इगारा के उफान पर आने से गंगेश्वर महादेव को काफी नुकसान पहुंचा। प्रधानमंत्री ग्राम सड़क परियोजना में निर्मित कंदोली-डोबा-पीड़ा सड़क टूटने से इसका मलबा ग्राम चाई के राजकीय प्राथमिक विद्यालय के भवन में आ गया। साथ ही विद्यालय के समीप बह रहे गदेरे का पानी भी विद्यालय के बरामदे में भर गया। जिससे कक्ष में रखी विभागीय पत्रावलियां नष्ट हो गई। वर्ष 1970 के दशक में निर्मित इस विद्यालय भवन का कोई भी हिस्सा सुरक्षित नहीं बचा है। जहां बच्चे बैठ कर शांति से पढ़ाई कर सकें। मजबूरी में महादेव मंदिर की धर्मशाला में किसी तरह शिक्षकों द्वारा विद्यालय का संचालन किया जा रहा है। गत वर्ष भी पीएमजीएसवाई की सड़क का पुस्ता टूटने से विद्यालय के कक्षों को काफी क्षति पहुंची थी। लेकिन, विद्यालय में कम छात्रों की संख्या का हवाला देते हुए आपदा मद में विद्यालय भवन का पुन: निर्माण नहीं किया गया। इस बार फिर पीएमजीएसवाई की इसी रोड का एक बड़ा हिस्सा इस विद्यालय के ऊपर आफत बनकर टूटा है। साथ ही नजदीक में बह रहे नाले ने रूख बदलकर विद्यालय परिसर में भारी तबाही मचाई है। इधर, शासन-प्रशासन की बेरुखी और विभागीय बदइंतजामी पर क्षेत्रवासियों ने गहरा आक्रोश प्रकट किया है। विद्यालय के सेवित क्षेत्र में स्थित ग्राम चाई, जुई तल्ली व मल्ली सौली व ढौंरा के ग्रामीणों ने एक बैठक आयोजित कर स्थानीय प्रशासन व खंड शिक्षा अधिकारी जयहरीखाल से मांग की है कि तत्काल आपदा राहत मद से प्राथमिक विद्यालय चाई के नए भवन का निर्माण किया जाएं और वर्षा काल तथा नए विद्यालय भवन अस्तित्व में आने तक विद्यालय का संचालन धर्मशाला में ही हो। बैठक में सभी अभिभावकों ने जोर देकर कहा कि वह अपने बच्चों को पढ़ने के लिए दूसरे विद्यालय में नहीं भेजेंगे। इस मौके पर पूर्व ग्राम प्रधान अशोक बुड़ाकोटी, विद्यालय प्रबंधन समिति की अध्यक्ष सुनीता देवी, रामेश्वरी देवी, शोभा बुड़ाकोटी व विनोद सिंह, रामेश्वरी देवी, पार्वती देवी, रजनी देवी, शिव प्रसाद बुड़ाकोटी, मीना देवी, बसंती देवी, सुशीला देवी, जगदंबा प्रसाद, अनीता देवी, प्रदीप सिंह, आनंद सिंह, विमला देवी, पुष्पा देवी, कुमकुम, संतोष, मुकेश सिंह आदि मौजूद रहे।