दिल्ली कोटद्वार रूट पर रोडवेज बस में जहरखुरानी गिरोह ने एक और युवक को बनाया शिकार
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। जहरखुरानी गिरोह ने एक बार फिर एक युवक को शिकार बनाते हुए धोखे से नशीला पदार्थ खिलाकर लूटपाट के बाद उसे बस में छोड़ दिया। बेहोश की हालत में युवक को राजकीय बेस अस्पताल कोटद्वार में भर्ती कराया गया है। देर शाम तक वह बेहोशी की अवस्था में था। इस कारण उसका नाम और पते की जानकारी नहीं लग सकी। युवक के होश में आने के बाद पता लग पाएगा कि युवक का कितना सामान गायाब हुआ है।
रोडवेज बसों में जहरखुरानों का दुस्साहस कायम है। लगातार हो रही घटनाओं के बावजूद न तो पुलिस न रोडवेज ने कोई कदम उठाया है। रोडवेज बसों में जहरखुरानी गिरोह द्वारा लूट की घटनाओं को अंजाम देना अब रोज की बात हो गई है। एक युवक को दिल्ली से लौटते वक्त जहरखुरानी गिरोह ने अपना शिकार बना लिया। बस परिचालक ने पुलिस की मदद से उसे बेहोशी की हालत में बेस अस्पताल में भर्ती कराया। बाजार पुलिस चौकी प्रभारी संदीप शर्मा ने बताया कि रविवार सुबह सूचना मिली कि दिल्ली से कोटद्वार आई रोडवेज बस में एक युवक बेहोशी की हालत में पड़ा है। युवक को आपातकालीन सेवा वाहन 108 के माध्यम से राजकीय बेस अस्पताल कोटद्वार में भर्ती कराया गया है। जहां युवक का उपचार चल रहा है। उन्होंने बताया कि युवक अभी होश में नहीं आया है। जिस कारण पता नहीं चल पाया है कि युवक का कितना सामाना और नगदी गायब हुई है। उन्होंने बताया कि मामला जहरखुरानी गिरोह से संबंधित है। गिरोह के सदस्यों की धरपकड़ के लिए कई बिंदुओं पर जांच की जा रही है। बहुत जल्द आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके अंजाम तक पहुंचाया जाएगा। बताते चले कि इससे पहले भी रोडवेज बसों में जहरखुरानी गिरोह की घटनाएं हो चुकी हैं। इसके बावजूद भी लोग इस गिरोह का शिकार आसानी से हो रहे है।
लालच में गंवा देते हैं सब कुछ
जहरखुरानी गिरोह के सदस्य आधी रात के समय वारदात को अंजाम देने के लिए निकलते हैं। अधिकांश दिल्ली से रोडवेज की बसों में कोटद्वार आ रही सवारियों को शिकार बनाते हैं। वारदात को अंजाम देने के लिए दो या तीन की संख्या में गिरोह के सदस्य किसी बस स्टैंड से यह बस में सवार होते है। रास्ते में चलते हुए वे सवारी को चाय पीने के लिए कहते है और नशीला पदार्थ चाय या बिस्कुट में डालकर उसे खिला देते हैं। उधर, जहरखुरानी गिरोह के सदस्यों द्वारा की जाने वाली अधिकांश वारदात पुलिस दर्ज नहीं करती।
स्वयं ही हो जागरूक
रोडवेज बसों में जहरखुरानी गिरोह पर अंकुश लगाने के लिए पुलिस व परिवहन विभाग के पास कोई रणनीति नहीं है। इसलिए यात्रियों को स्वयं ही जागरूक होना पड़ेगा। यात्रियों को चाहिए कि रास्ते में अपरिचित व्यक्ति के हाथ से दी गई चीज न खायें और न ही सूंघें। सहयात्रियों से मेलमिलाप बढ़ाना भी खतरे से खाली नहीं हैं।