विद्युत दरों की पूर्व की भांति रखने की मांग
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : उत्तराखंड क्रांति दल ने प्रदेश में उत्तराखंड विद्युत नियामक आयोग द्वारा बढ़ाई गई विद्युत दरों का विरोध किया है। दल के पदाधिकारियों ने कहा कि उत्तराखंड ऊर्जा प्रदेश होने के कारण राज्य के उपभोक्ताओं को नि:शुल्क बिजली दी जानी चाहिए। उन्होंने प्रदेश सरकार से विद्युत दरों को पूर्व की भांति रखने की मांग की। उन्होंने विद्युत दरों को पूर्व की भांति न करने पर आंदोलन की चेतावनी भी दी।
शिब्बू नगर स्थित पार्टी कार्यालय में आयोजित बैठक में डॉ. शक्तिशैल कपरवाण ने कहा कि उत्तराखंड में कई नदियां हैं, जिन पर जल विद्युत परियोजनाएं बनाई जा रही हैं, परंतु सब अधूरी पड़ी हैं, इन परियोजनाओं का निर्माण शीघ्र किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि टिहरी डाम की आय से उत्तराखंड को 50 प्रतिशत की हिस्सेदारी मिलनी चाहिए, ताकि सस्ते दरों पर उत्तराखंड की जनता को बिजली मिल सके। उन्होंने कहा कि गंगा यमुना जल बोर्ड बनाकर केन्द्र सरकार ने उत्तराखंड की जनता से उत्तराखंड की नदियों से मिलने वाले हितों को चालाकी से छीना है। इसलिए गंगा जमुना जल बोर्ड को भंग करके उत्तराखंड जल बोर्ड का गठन होना चाहिए और सारे अधिकार उत्तराखंड जल बोर्ड को दिये जाए। बैठक में पुष्कर सिंह रावत, महेंद्र सिंह रावत, जगदीपक रावत, सत्य प्रकाश भारद्वाज, हरीश द्विवेदी, सत्यपाल सिंह नेगी, प्रवेश चंद्र नवानी, राजेंद्र प्रसाद पंत, भारत मोहन काला, सर्वेंद्र काला आदि उपस्थित थे।