राजनैतिक दलो के अंदर लोकतंत्र जीवित हो और नेता पूजा का बहिष्कार होना चाहिए
जयन्त प्रतिनिधि।
पौड़ी। अन्र्तराष्ट्रीय लोकतन्त्र दिवस के अवसर पर बुधवार को सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण पौड़ी गढ़वाल द्वारा ऑनलाईन सेमिनार का आयोजन किया गया। गढ़वाल विश्वविद्यालय के राजनीति विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर डॉ. एमएम सेमवाल ने कहा कि लोकतांत्रिक राष्ट्रों में विपक्ष की भूमिका में आने लोकतांत्रिक सरकारों पर प्रभावी तरीके से कार्य करने हेतु दबाव बनाने वाले तंत्र के रूप में कार्य करने के लिये आयानित किया। उन्होंने कहा कि नायक पूजा का बहिष्कार होना चाहिए और राजनैतिक दलो के अन्दर लोकतंत्र जीवित रहना चाहिए अन्यथा चाहकर भी हम लोकतंत्र की रक्षा नहीं कर सकते।
सिविल जज(सीडी)/सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण पौड़ी गढ़वाल संदीप कुमार तिवारी ने जानकारी दी कि 8 नवम्बर 2007 को संयुक्त राष्ट्रसंघ की आमसभा के द्वारा हर वर्ष दुनिया के देशों में लोकतंत्र की समीक्षा व पुर्नवलोकन हेतु 15 सितम्बर को अन्तराष्ट्रीय लोकतंत्र दिवस मनाये जाने की घोषणा की गयी थी। उन्होंने कहा कि लोकतांत्रिक मूल्यों के पुर्नवलोकन व लोकतांत्रिक संस्थाओं की रक्षा हेतु प्रत्येक वर्ष लोकतांत्रिक राष्ट्र अन्र्तराष्ट्रीय लोकतंत्र दिवस मनाते है। उन्होंने अफगानिस्तान आदि राष्ट्रों में लोकतन्त्र न होने पर चिंता जताई। हेमवती नन्दन बहुगुणा केन्द्रीय विश्वविद्यालय गढ़वाल के विधि विभाग के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर डॉ. एससी गुप्ता ने लोकतंत्र के अर्थ एवं महत्व पर प्रकाश डालते हुये विभिन्न संवैधानिक प्रावधानों व माननीय उच्चतम न्यायालय के न्याय निर्णयों के साथ राष्ट्रीय एवं अन्तराष्ट्रीय स्तर पर लोकतंत्र की प्रासंगिकता की जानकारी दी। उन्होंने उच्चतम न्यायालय को लोकतांत्रिक मूल्यों व संस्थाओं की रक्षा करने वाला सच्चा प्रहरी बताया। वरिष्ठ अधिवक्ता विनोद कुमार ने लोकतंत्र के प्रति जागरूकता विषय पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि लोकतान्त्रिक मूल्यों की रक्षा करने हेतु सभी को सजग रहने एवं अपने मताधिकार का प्रयोग सोच समझकर बिना किसी भय से करना चाहिए।