नई टिहरी। जनपद के ब्लाक भिलंगना के घुत्तु-गंगी क्षेत्र में पर्यटन और साहसिक खेलों की अपार सम्भावनाओं को देखते हुए क्षेत्र में टूरिज्म को बढ़ावा देने के सम्बंध में डीएम इवा श्रीवास्तव ने अधिकारियों की बैठक ली। डीएम ने क्षेत्र में पर्यटन विकास की योजनाओं को तेजी से आगे बढ़ाने को प्रस्ताव बनाने के निर्देश दिये। वीसी कक्ष में आयोजित बैठक में डीएम ने इको एडवेंचर वाटर पार्क व ट्रैक रूट विकसित करने को लेकर त्वरित कार्यवाही के निर्देश देते हुये कहा कि घुत्तु-गंगी क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए टूरिज्म की गतिविधियों को विकसित करने के लिए ट्रैक रूटों का सुगम होना बेहद जरूरी है। रानीडांग में झील निर्माण, पार्किंग एरिया एवं निवास स्थान कार्यों को तीन सदस्यीय समिति गठित कर अगले छह माह में किये जाने वाले कार्यों का इस्टीमेट बनाकर शीघ्र उपलब्ध कराने के निर्देश दिये। पवाली काठा में स्टोर, डोरमेट्री कम बेड व शौचालय के स्टीमेट बनाने के निर्देश भी दिये। डीएफओ को निर्देशित किया कि ट्रैक रूटों के सुदृढ़ीकरण के लिए धनराशि कैम्पा में रखना सुनिश्चित करें। इसके साथ ही मासरताल में टीन शेड मरम्मत व साइनबोर्ड को भी प्रस्ताव रखें। डीटीडीओ को घुत्तु में होम स्टे शुरू करवाने के निर्देश दिये गये। डीडीओ सुनील कुमार ने बताया कि गंगी उत्तराखण्ड का आखरी गांव है, जहां पर आज भी लोग अपनी संस्ति, वेश भूषा को नहीं भूले हैं। इस गांव से खतलिंग ग्लेशियर का अद्भूत दृश्य देखने को मिलता है, इसलिए यात्री दूर-दूर से गंगी गांव एवं खतलिंग ग्लेशियर देखने को आते हैं। इसके साथ ही सहस्त्रताल, मासरताल, मटिया बुग्याल की अद्भूत प्रातिक सौन्दर्य देखने को मिलता है। किन्तु सुविधाओं के अभाव में यात्री यहां रूक नहीं पाते हैं। विकासखण्ड भिलंगना के अन्तर्गत ग्राम पंचायत महर गांव (घुत्तु) में इको एडवेंचर वाटर पार्क एवं ट्रैक रूट विकसित करने की योजना प्रस्तावित है। योजना के तहत पंवाली काठा-घुत्तु, खतलिंग ग्लेसियर-गंगी, मासरताल-गंगी, सहस्त्रताल-गंगी, त्रिजुगी नारायण-घुत्तु एवं मटियाल बुग्याल-घुत्तु को विकसित करने, रानीडांग में झील निर्माण, पार्किंग, ट्री हाउसिंग, रक क्लाईबिंग, पौधारोपण, जलक्रीड़ा, हर्बल गार्डन आदि विकसित करने की योजना हैं। बैठक में पीडी प्रकाश रावत, डीएफओ वीके सिंह, डीएसटीओ साक्षी आदि भी मौजूद रहे।