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डीएम ने की पेयजल आपूर्ति की मौजूदा स्थिति पर समीक्षा बैठक

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चमोली। जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने मंगलवार को क्लेक्ट्रेट सभागार में जल संस्थान एवं जल निगम के अधिकारियों की बैठक लेते हुए ग्रामीण और नगरीय क्षेत्रों में पेयजल आपूर्ति की मौजूदा स्थिति की समीक्षा की। उन्होंने पेयजल आपूर्ति को सुचारू रखने के लिए जल संस्थान को पर्याप्त संख्या में टैंकर हायर करने तथा शिकायत मिलने से पहले पानी की आपूर्ति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। कहा कि जिले में दूर दराज के क्षेत्रों में जहां भी पेयजल की समस्या हो ऐसे क्षेत्रों को चिन्हित किया जाए तथा ऐसे क्षेत्रों में पेयजल की सतत आपूर्ति हेतु कार्ययोजना तैयार कर पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित की जाए। पेयजल संकट वाले ऐसे क्षेत्रों के आसपास पेयजल स्रोत तलाश कर स्रोत को लाईन से जोड़ा जाए। कहा कि इस कार्य के लिए यदि अतिरिक्त धनराशि की जरूरत हो तो जिला योजना में प्रस्ताव दें। ताकि ग्रामीण और नगरीय क्षेत्रों में पेयजल आपूर्ति सुचारू बनी रहे। जिलाधिकारी ने कहा कि पेयजल योजनाओं के रख रखाव में किसी प्रकार की कोताही बर्दाश्त नही की जाएगी। पेयजल लाईनों में जगह जगह लिकेज की समस्या पर जल संस्थान को फटकार लगाते हुए जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि पेयजल लाईनों की लिकेज ठीक करने के लिए फिटर का एरिया निर्धारित करते हुए जिम्मेदारी तय की जाए और लिकेज पाए जाने पर संबधी फिटर पर कार्रवाई करना भी सुनिश्चित करें। उन्होंने पेयजल आपूर्ति संबधी प्रतिदिन की रिपोर्ट जिला कन्ट्रोल रूम को भी उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। इस दौरान जिलाधिकारी ने जल जीवन मिशन के तहत प्रस्तावित निर्माण कार्यो की समीक्षा भी की। जल जीवन मिशन के तहत प्रस्तावित पेयजल योजनाओं में विसंगतियां पाए जाने पर जिलाधिकारी ने अधिशासी अभियंताओं को कडी फटकार लगाई। उन्होंने निर्देश दिए कि सभी पेयजल योजनाओं का पुनरीक्षण कर सही प्राकलन उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। जिलाधिकारी ने कहा कि जो प्राकलन भारत सरकार के मानक के अनुसार सही पाए गए है उनमें पेयजल समस्या वाले गांवों को प्राथमिकता देते हुए तत्काल कार्य शुरू किया जाए और जल जीवन मिशन के निर्माण कार्यो में गुणवत्ता, पारदर्शिता का विशेष ध्यान रखते हुए निर्माण कार्यो का स्वयं निरीक्षण करना भी सुनिश्चित करें। कतिपय गांवों में हर घर नल योजना के तहत गांव की मांग और प्राकलन में दिखाए गए कनेक्शनों में असमानता मिलने पर जिलाधिकारी ने अधिशासी अभियंताओं को फिर से सर्वे कराकर रिवाइज आंगणन तत्काल उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए। समीक्षा के दौरान मुख्य विकास अधिकारी हंसादत्त पांडे, एसई जल निगम महेन्द्र सिंह, एसई जल संस्थान सुशील कुमार शैनी सहित जल संस्थान व जल निगम के अधिशासी अभियंता मौजूद थे।

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