गोवंश के लिए कांजी हाउस निर्माण जल्द करें: डीएम
नई टिहरी। डीएम मयूर दीक्षित ने निराश्रित परित्यक्त गोवंश के प्रबन्धन के लिए कांजी हाऊस व गौशाला शरणालयों की स्थापना के लिए प्रान्तीय अनुश्रवण समिति की बैठक लेते हुए गोशाला निर्माण की कार्यवाही में तेजी लाने को कहा। आने वाले शीतकाल के लिए भी सभी नगरपालिकाओं व नगर पंचायतों को व्यवस्थ्यायें सुदृढ़ करने के भी निर्देश दिए। जिला कार्यालय में आयोजित बैठक में डीएम ने सीवीओ को निर्देश दिए कि जनपद के चिन्ह्ति कांजी हाउस गोशाला शरणालयों के संचालन के लिए इच्छित एनजीओ से गोशाला क्षमतानुसार वरियता क्रम में आवेदन प्राप्त कर लें, ताकि उसी के अनुसार एनजीओ को निराश्रित परित्यक्त गोवंश के प्रबन्धन के लिए गोशाला संचालन को आवंटन किया जा सके। सभी सम्बन्धित नगर पालिका व नगर पंचायमों के ईओ को निर्देश दिये कि गोशाला निर्माण को धनराशि प्राप्त होते ही टेण्डर की प्रक्रिया पूर्ण करने तथा निर्माण कार्य तेजी से शुरू करें। निराश्रित पशुओं के लिए पूर्व में बनाये गये टीन शैड की देखरेख करने तथा क्षेत्र में कोई भी निराश्रित पशु बीमार या असहाय दिखाई देने पर तत्काल क्षेत्रीय पशु चिकित्सा अधिकारियों से समन्वय कर उपचार करवायें। सीवीओ ने बताया कि जनपद टिहरी की 6 नगरपालिकाओं में गोशाला निर्माण को शहरी विकास विभाग के आय-व्ययक से तथा 3 नगरपालिकाओं में पशुपालन विभाग के आय-व्यय से शासन से बजट प्राप्त होना है।
सभी गोशालाओं को राजकीय मान्यता प्रदत्त पंजीत गैर सरकारी पशु कल्याण संस्थाओं के माध्यम से संचालित किया जाना है। इन गोशालाओं में शरणागत निराश्रित गोवंश के भरण पोषण हेतु उत्तराखण्ड पशु कल्याण बोर्ड भरण पोषण अनुदान देगा। डीएम ने अधिकारियों को शीतकाल के मध्येनजर सभी आवश्यक व्यवस्थाएं समयान्तर्गत व्यवस्थित करने के निर्देश देते हुए कहा कि शीतकाल में कोई भी व्यक्ति ठण्ड में परेशान न हो, ठण्ड से बचाव को रैन बसेरों में बेड, बिस्तर, शौचालय, बिजली, पानी, साफ-सफाई व्यवस्था, सार्वजनिक स्थलों पर अलाव जलाना, पालाग्रस्त सड़क मार्गों पर नियमित चूना-नमक छिडकाव, गरीब-बेसहारा-निराश्रित-असहाय लोगों को चिन्ह्ति कर अस्थाई रैन बसेरा में रखने व कम्बलों का वितरण समय से करना सुनिश्चित करेंगे। बैठक में सीडीओ मनीष कुमार, डीडीओ सुनील कुमार, सीवीओ आशुतोष जोशी, एसडीएम टिहरी संदीप कुमार, एएमए जिला पंचायत संजय खण्डूड़ी, ईओ टिहरी एचएस रोतैला आदि मौजूद रहे।