टीबी मरीजों के उपचार का डाटा उपलब्ध करायें : डीएम
जयन्त प्रतिनिधि।
पौड़ी : जिलाधिकारी ने सभी चिकित्सालयों से टीबी के मरीजों के उपचार से संबंधित जितने भी मामले पाये गये और उनका किस तरह उपचार हुआ तथा क्या परिणाम निकले इसका क्षेत्रवार स्पष्ट और अद्यतन डाटा उपलब्ध कराने को कहा। साथ ही ऐसे कितने मरीज थे जो कोमोर्बोटी (मधुमेह, ब्लड प्रेशर इत्यादि अन्य बिमारियों से पीड़ित) के ओपीडी उपचार का विवरण भी उपलब्ध करवाने को कहा।
कलेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी डॉ. विजय कुमार जोगदण्डे की अध्यक्षता में टीबी उन्मूलन तथा वैक्टर जनित रोग नियन्त्रण कार्यक्रम के अन्तर्गत डेंगू-मलेरिया रोकथाम की जनपद स्तरीय टास्क फोर्स समिति की बैठक आयोजित की गयी। टीबी उन्मूलन अभियान की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने नेशनल ट्यूबरकुलोसिस एलीमिनेट कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए बेहतर प्लान बनाने, कार्यक्रम की सफलता के लिए प्राइवेट अस्पताल और चिकित्सकों की भागीदारी बढ़ाने, जांच का दायरा बढ़ाते हुए उसके सैम्पलिंग और परिणामों का बेहतर डौक्यूमेन्टेशन करने, उसी अनुरूप उपचार करने और टीबी उन्मूलन की कार्यवाही की नियमित फीडबैक और उसी अनुरूप सुधार करने के निर्देश दिये। डेंगू मलेरिया रोकथाम की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने सभी चिकित्साधिकारियों और स्थानीय नगर निकायों को नियमित रूप से फील्ड निरीक्षण करते हुए रूके हुए पानी की निकासी करवाने, लापरवाही बरतने वाले लोगों का आवश्यकतानुसार चालान करने तथा ऐसे क्षेत्र जहां अधिक भीड़भाड़ रहती है और जलभराव रहता है वहां पर विशेष फोकस करते हुए संबंधित विभागीय अधिकारियों के साथ संयुक्त निरीक्षण करते हुए एन्फोर्समेंट की कार्यवाही करने को निर्देशित किया। उन्होंने अगले 15 दिनों तक अलग-अलग क्षेत्रों में नियमित डोर-टू-डोर डेंगू मलेरिया उन्मूलन की नियमित कार्यवाही करने के निर्देश देते हुए अनुपालन आख्या भी प्रस्तुत करने के निर्देश दिये। उन्होंने सीएमओ को निर्देशित किया कि टीबी उन्मूलन और डेंगू-मलेरिया की रोकथाम कार्यों की मॉनिटरिंग,फीडबैक तथा रिपोर्टिग इत्यादि में अपेक्षित सुधार हेतु अगले 15 दिन में एक समन्वय बैठक आयोजित करें। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी अपूर्वा पांडे, सीएमओ डॉ. प्रवीण कुमार, डब्ल्यूएचओ से डॉ. अजीत गुप्ता व डॉ. नसीम अहमद आदि मौजूद थे।