दून के मुकुल ने हासिल की 260वीं रैंक
देहरादून। खुद पर यकीन और निगाह मंजिल पर हो तो लक्ष्य हासिल हो ही जाता है। यह बात साबित की है दून निवासी मुकुल जमलोकी ने। सिविल सेवा परीक्षा में 260वीं रैंक हासिल करने वाले मुकुल के पिता ड़ ओमप्रकाश जमलोकी दूरदर्शन में कार्यरत हैं। मां इंदु पहले दून में नवोदय विद्यालय में शिक्षिका थीं और अब दिल्ली के सरकारी स्कूल में अध्यापन कर रही हैं।
मुकुल जमोलकी ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा दून स्थित ब्राइटलैंड स्कूल से की। इसके बाद दिल्ली से बीटेक किया। इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने के बाद उनकी बैंगलुरु में एक प्राईवेट कंपनी में नौकरी लग गई। जहां तनख्वाह भी अच्छी खासी थी, लेकिन मुकुल ने मन में कुछ और ही सोचा था। उन्होंने नौकरी को अलविदा कहा और जुट गए सिविल सेवा की तैयारी में। मूलत: रविगांव, फाटा निवासी मुकुल लगातार तीन बार सिविल सेवा परीक्षा में सफल हुए हैं। सिविल सेवा परीक्षा-2018 में उन्हें 505 वीं रैंक हासिल हुई थी और वर्तमान में वह इंडियन पोस्टल सर्विस के तहत प्रशिक्षण ले रहे हैं।इससे पहले 2017 में उनकी 609वीं रैंक थी, जिसके बाद उनका चयन भारतीय सूचना सेवा के लिए हुआ था। यह उनकी मेहनत और लगन का ही नतीजा है कि हर बार उनकी रैंक में सुधार दिखा है। 260 रैंक पर क्या विकल्प मिलेगा यह देखकर ही वह आगे का फैसला लेंगे।
डीएवी की प्रियंका सिविल सर्विस परीक्षा में पास
डीएवी पीजी कलेज देहरादून की एलएलबी सिक्स सेमेस्टर की छात्रा प्रियंका ने सिविल सर्विस एग्जाम में 257वीं रैंक लाकर डीएवी पीजी कलेज का ही नहीं, बल्कि प्रदेश का नाम रोशन किया है। एक मध्यम परिवार के किसान पिता की बेटी ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता को दिया। प्रियंका ने बताया कि उन्होंने हिंदी माध्यम से सेल्फ स्टडी के माध्यम से इस सफलता को प्राप्त किया है।