द्वारीखाल के क्यार गांव में स्वीकृति के 7 साल बाद भी नहीं बनी तीन किमी. सड़क
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। विकासखंड द्वारीखाल के क्यार गांव के लिए तीन किलोमीटर मोटर मार्ग की स्वीकृति वर्ष 2013-14 में मिली थी, लेकिन स्वीकृति के सात साल बाद भी गांव मोटर मार्ग से नहीं जुड़ नहीं पाया। जिस कारण ग्रामीण पलायन करने को मजबूर है। ग्रामीणों का कहना है कि एक ओर तो सरकार हर गांव को सड़क मार्ग से जोड़ने की बात कर रही है, वहीं स्वीकृति के सात साल बाद भी गांव तक सड़क नहीं पहुंची है। जिससे ग्रामीणों में रोष व्याप्त है।
द्वारीखाल ब्लॉक के क्यार वासी तेजराम बड़थ्वाल, दयाराम, भरोसीलाल बड़थ्वाल, डॉ. चंद्रमोहन बड़थ्वाल, विद्यादत्त ने बताया कि वर्ष 2013-14 में रिंगालपानी-घंडालू-गूम-तालगाड़-हथनूड़ मोटर मार्ग की स्वीकृति मिली थी। वर्ष 2017-18 एवं 2018-19 में अन्य गांव तो सड़क मार्ग से जुड़ गये, लेकिन ग्राम क्यार हेतु वर्ष 2013-14 की स्वीकृति के बावजूद भी इस गांव को मोटर मार्ग से नहीं जोड़ा गया। जिस कारण गांव से लगातार पलायन हो रहा है। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के कारण लगे लॉकडान के बाद पलायन कर चुके कई युवा गांव लौटे और स्वरोजगार के रूप में साग-सब्जी, दलहन, फल और पशुपालन को अपनाया, लेकिन मोटर मार्ग की सुविधा न होने से युवाओं को लाभ नहीं मिल पा रहा है। सड़क की सुविधा न होने से ग्रामीणों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। उन्होंने प्रदेश सरकार से लोक निर्माण विभाग को जल्द से जल्द गांव को सड़क से जोड़ने के लिए मोटर मार्ग का निर्माण कार्य शुरू कराने के लिए निर्देशित करने की मांग की है।