उत्तराखंड

मांगों को लेकर इंजीनियरों ने की कलक्ट्रेट में नारेबाजी

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नई टिहरी। उत्तराखंड डिप्लोमा इंजीनियर्स महासंघ के बैनर तले इंजीनियरों ने विभिन्न मांगों को लेकर कलक्ट्रेट परिसर में एक दिवसीय धरना देते हुए प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इंजीनियरों ने कहा कि अगर उनकी मांगों को पूरा न किया गया, तो चरबद्घ तरीके से आंदोलन को अंजाम देंगे। इंजीनियरों ने कलक्ट्रेट परिसर में विभिन्न मांगों को लेकर एक दिवसीय धरना देते हुए कहा कि सरकार उनकी मांगों पर गौर नहीं कर रही है। यदि उनकी मांगों को पूरा नहीं किया गया तो चरणबद्घ आंदोलन को अंजाम दिया जायेगा। इंजीनियरों की मांग है कि विभिन्न विभागों में कार्यरत समूह ख अभियंताओं को कार अनुरक्षण भत्ता अनुमन्य करने वाला शासनादेश जारी किया जाय। कनिष्क व अपर सहायक अभियंता को मोटर साईकिल व स्कूटर भत्ते की दरों के पुर्नरीक्षण का शासनादेश जारी किया जाय। कनिष्क व अपर सहायक अभियंता को दस साल की सेवा के बाद सहायक अभियंता का ग्रेड वेतन 5400 दिया जाए। अपर सहायक अभियंता की वेतन विसंगति दूर की जाए। सभी अभियांत्रिकी विभागों में एक समान सेवा नियमावली प्रख्यापित की जाय। प्रदेश की बाहर की एजेंसियों को प्रदेश में निर्माण काम देने पर रोक लगाई जाए। विद्युत डिप्लोमा इंजीनियर्स एसोसियेशन के तीनों निगमों के प्रबंधन को मांग पत्र भेजकर आंदोलन की चेतावनी दी है। स्थानांतरण अधिनियम 2017 में महासंघ के प्रेषित सुझावों के अनुरूप संशोधन किया जाय। मात्र स्थानांतरण सत्र में ही स्थानांतरण किये जायें। पुरानी पेंशन बहाल की जाय। षि विभाग व जिला पंचायत में सहायक, अधिशासी व अधीक्षण अभियंता के पद सृजित किये जायें। इस मौके पर महासंघ के जनपद अध्यक्ष आनंद किशोर, नीरज नौटियाल, मंडल अध्यक्ष प्रमोद सिंह नेगी, सचिव ममता पंवार, शाखाध्यक्ष अश्विनी कुमार, निर्मल सिंह, देवेश मोहन सेमवाल, दीपक अग्रवाल, अंकित प्रजापति, दीपक कुमार, महावीर राणा, उषा विष्ट, शैलेंद्र पांडेय आदि मौजूद रहे।

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