पीएसी की डेढ़ प्लाटून भी नहीं करवा पाई गोखले मार्ग को खाली
मार्ग पर पसरे अतिक्रमण के कारण आमजन का पैदल चलना भी हुआ मुश्किल
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : नगर निगम क्षेत्र के अंतर्गत गोखले मार्ग पर पसरा अतिक्रमण आमजन के लिए नासूर बन गया है। पुलिस, नगर निगम की टीमों के साथ ही पीएसी की डेढ़ प्लाटून तैनात होने के बाद भी मार्ग अतिक्रमण मुक्त नहीं हो पाया है। नतीजा मार्ग पर जगह-जगह खड़ी रेहड़ी ठेलियों के कारण आमजन का पैदल चलना भी मुश्किल हो गया है। अव्यवस्थाओं के कारण मार्ग पर हर समय दुर्घटनाओं का अंदेशा बना रहता है।
शहर में यातायात व्यवस्था सुधारने के लिए कुछ माह पूर्व पुलिस ने गोखले मार्ग को रेहड़ी-ठेली वालों के कब्जे से अतिक्रमण मुक्त करवाया था। योजना के तहत, पहाड़ से आने वाले वाहनों को गोखले मार्ग से होते हुए नजीबाबाद चौक की ओर रवाना किया जा रहा था। धरातल पर व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने के लिए पुलिस व नगर निगम की विशेष टीम गठित की गई थी। बकायदा मार्ग पर पीएसी की डेढ़ प्लाटून भी तैनात कर दी गई थी। लेकिन, वर्तमान में हालात दोबारा बिगड़ चुके हैं। रेहड़ी-ठेली वालों ने मार्ग पर कब्जा कर लिया है। लाख प्रयास के बाद भी अभियान रंग नहीं लाया तो पुलिस ने भी हाथ पीछे कर लिए। पहाड़ से आने वाले वाहनों का संचालन भी दोबारा पुरानी स्थिति में पहुंच गया है।
खाली हुआ गाड़ीपड़ाव
योजना के अनुसार, गोखले मार्ग को खाली कर रेहड़ी-ठेलियों के लिए नजीबाबाद चौराहे के समीप गाड़ीपड़ाव में जगह चिन्हित की गई थी। ऐसे में जहां अतिक्रमण की समस्या दूर होती वहीं यातायात व्यवस्था में भी सुधार होता। लेकिन, कुछ दिन गाड़ीपड़ाव में शिफ्ट होने के बाद रेहड़ी-ठेली वालों ने दोबारा सड़क पर ही घूमना शुरू कर दिया है। वर्तमान में नगर निगम में 350 ठेलियां पंजीकृत हैं। जबकि, सड़कों पर एक हजार से अधिक ठेलियां घूम रही है। ऐसे में नगर निगम की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं।
शहर में यातायात व्यवस्था सुधारने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। सड़क पर बेतरतीब घूमने वाली रेहड़ी-ठेलियों के खिलाफ भी पुलिस समय-समय पर कार्रवाई करती है। गोखले मार्ग की स्थिति सुधारने के लिए नगर निगम के अधिकारियों के साथ योजना बनाई जाएगी।..शेखर सुयाल, अपर पुलिस अधीक्षक,