फर्जी बिल थमा दवा विक्रेता को 10 लाख रुपये की चपत लगाई
देहरादून। होलसेल दवाइयों की दुकान पर काम करने वाले एक शातिर ने दवा विक्रेता को फर्जी बिल थमा दिए और दवाइयां कई और बेचकर 10 लाख रुपये की चपत लगा दी। शहर कोतवाली पुलिस ने आरोपित के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कर लिया है। शिकायतकर्ता सुमित अग्रवाल निवासी टैगोर विला चकराता रोड ने तहरीर दी कि उनकी फर्म राधिका एजेंसीज टैगोर विला देहरादून में स्थित है। वह पिछले कई सालों से दवा का होलसेल का व्यापार कर रहे हैं। पिछले करीब एक साल से फर्म में अभिषेक कुमार दवा सप्लाई का काम कर रहा है, जो कि दवा की दुकानों पर जाकर दवा सप्लाई करने का कार्य करता था। अभिषेक पिछले कुछ समय से चुघ ब्रादर्ज किशन नगर चौक पर दवाइयां सप्लाई करता था, जो कि उधार दी दवाइयों का कुछ माह का साथ पेमेंट करते थे। चूघ ब्रादर्स को जब पैमेट के लिए बुलाया गया तो पता लगा कि अभिषेक कुमार ने चूघ ब्रादर्स की दुकान पर कोई भी दवा सप्लाई नहीं की। चुघ ब्रादर्ज के नाम पर जो दवाइयां भेजी जाती थी शातिर उन्हें बाजार में बेच देता था। आरोपित फर्म के नाम पर बने हुए बिल पर फर्जी हस्ताक्षर कर जमा करवा दिया करता था। इस प्रकार से अभिषेक कुमार ने करीब 10 लाख रुपये की धोखाधड़ी कर दी। शहर कोतवाल रितेश शाह ने बताया कि अभिषेक कुमार निवासी आर्यनगर के खिलाफ के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।