पूर्व सीएम त्रिवेंद्र रावत ने किया भानियवाला में गोशाला का उद्घाटन
ाषिकेश। नगर निगमाषिकेश के लोगों को अब निराश्रित पशुओं से टुटकारा मिलेगा। निराश्रित पशुओं के लिए भानियवाला में नगर निगमाषिकेश ने गोशाला का निर्माण कराया है। पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि भाजपा सरकार ने गऊ रक्षा पर सख्त कानून लागू करने शुरू किए हैं, इसके परिणाम सामने आ रहे हैं।
रविवार को भानियवाला में नगर निगमाषिकेश की गोशाला का उद्घाटन पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार निराश्रित पशुओं को संरक्षण देने के लिए कटिबद्घ है। आस्था की प्रतीक गोमाता को संरक्षण एवं सम्मानित जीवन देने के लिए सामूहिक प्रयास की जरूरत है। सरकार ने प्रदेश में गऊ रक्षा पर सख्त कानून भी लागू करने शुरू किए हैं, जिसके सकारात्मक परिणाम भी सामने आए हैं। मेयर अनिता ममगाईं ने कहा कि वर्षों से लावारिस पशु शहर की यातायात व्यवस्था में अवरोध उत्पन्न करते रहे हैं। नगर निगम की कमान संभालने के तुरंत बाद उन्होंने शहरवासियों को इस गंभीर समस्या से निजात दिलाने के लिए कवायद शुरू कर दी थी। लेकिन गोशाला के निर्माण में आवश्यक भूमि सबसे बड़ी चुनौती रही। इस पर लंबी मशक्कत के बाद सफलता हासिल हुई। इस गोशाला मेंाषिकेश के तमाम लावारिस पशुओं को शिफ्ट कराया जाएगा। इससे शहरवासियों को आवारा पशुओं के आतंक से निजात मिल जाएगी। गोशाला में निराश्रित पशुओं के संपूर्ण भोजन की व्यवस्था के साथ बीमार एवं चोटिल पशुओं का उपचार भी किया जाएगा। करीब 280 निराश्रित पशुओं को कांजी हाऊस पहुंचाया जा चुका है। नगर निगम ने गो प्रमियों सहित सामाजिक संस्थाओं से गोशाला के संचालन में सहयोग की अपील की गई थी, जिसमेंाषिकेश सेवा समिति ने सवा लाख का चेक दिया है। टीएचडीसी ने भी गोशाला के संचालन में मदद का भरोसा दिलाया है। मौके पर पशु कल्याण विभाग के संयुक्त निदेशक ड़ आशुतोष जोशी, अधिशासी अभियंता विनोद कुमार जोशी, दून एनिमल वेलफेयर एसोसिएशन के आशू अरोड़ा, ड आरके भारद्वाज, सुरेश सूरी, कमांडर अजय धीर, विशन खन्ना, दीप समेजा, अशोक गुप्ता ,बचन पोखरियाल, मिली कौर, विनय कंडवाल, संदीप गुप्ता, करण बोहरा, जिपं सदस्य दिव्या बेलवाल, पंकज शर्मा, ममता नयाल, मनीष बनवाल, विजेंद्र मोगा, मदन कोठरी, हैप्पी सेमवाल, गौरव र्केथोला, परीक्षित मेहरा, राजेश कोठियाल, सुरेंद्र सिंह नेगी, रेखा सजवाण, मनीष मिश्रा आदि उपस्थित रहे।