साढ़े चार हजार ग्रामीणों को आज भी सड़क निर्माण का इंतजार
-टकटकी लगाए देख रहे ग्रामीण, आखिर कब बनेगी भरोलीखाल-एरोली की सड़क
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत हर गांव को सड़क मार्ग से जोड़ा जा रहा है, लेकिन चौबट्टाखाल विधानसभा के भरोलीखाल क्षेत्र के दो दर्जन गांवों की 4500 ग्रामीणों को आज भी सड़क निर्माण का इंतजार है। पूर्व काबीना मंत्री अमृता रावत और पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत चौबट्टाखाल विधानसभा के विधायक रह चुके है, जबकि वर्तमान विधायक सतपाल महाराज हैं, लेकिन किसी भी जनप्रतिनिधि ने इन ग्रामीणों की समस्या नहीं सुनी। कांग्रेस के प्रदेश सचिव कवींद्र इस्टवाल ने कहा कि यदि जल्द इस मार्ग का निर्माण नहीं हुआ तो आंदोलन किया जाएगा।
भरोलीखाल-एरोली मोटरमार्ग को चदौली तक निर्मित किया जाना है। यह मार्ग लगभग पांच किलोमीटर लंबा है। समाजेसवी कविन्द्र इस्टवाल के अनुसार 2017 से लेकर अब तक तीन बार इस सड़क निर्माण के लिए धन स्वीकृत किया, लेकिन लोक निर्माण विभाग बैजरों ने सड़क निर्माण की दिशा में कोई काम नहीं किया। उन्होंने बताया कि सड़क का महज सर्वे कर इतिश्री कर दी गयी। सड़क निर्माण न होने से क्षेत्र के मैठाना, डांडाखेल, भरोली, ऐरोली, करोला, सौंडला, दलमोठा समेत एक दर्जन गांवों के 4500 लोग प्रभावित हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि चौबट्टाखाल विधायक सतपाल महाराज लोक निर्माण विभाग के मंत्री हैं, यदि वह चाहते तो सड़क निर्माण हो सकता है। लेकिन अभी तक सड़क निर्माण नहीं हो पाया है। जिस कारण ग्रामीणों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि एक ओर तो सरकार गांव-गांव तक सड़क पहुंचाने का दावा कर रही है, वहीं आज भी कई गांव ऐसे है जो सड़क मार्ग से नहीं जुड़ पाये है। युवा नेता कविन्द्र इस्टवाल ने चेतावनी दी कि यदि मार्ग निर्माण की दिशा में कार्रवाई नहीं की गयी तो वो आंदोलन करेंगे। ग्राम प्रधान भरपूर छोटा पान सिंह, अनिल कुमार भाखंड, विष्णु रावत ऐरोली, लक्ष्मी देवी चोरखिण्डा, नीलम देवी कदोला, क्षेत्र पंचायत सदस्य मालती देवी, निर्मला देवी, आंचल देवी ने प्रदेश सरकार से जल्द से जल्द सड़क निर्माण कराने की मांग की है। उन्होंने कहा कि मूलभूत सुविधाओं के अभाव में ग्रामीण पलायन करने को मजबूर है। एक ओर तो सरकार पलायन रोकने की बात कर रही है, वहीं गांवों को सड़क मार्ग से नहीं जोड़ा जा रहा है।